बुखार उतारने का आयुर्वेदिक दवा। सर्दी खांसी, बुखार की आयुर्वेदिक दवा

बुखार उतारने का आयुर्वेदिक दवा। बुखार की सबसे अच्छी आयुर्वेदिक दवा पतंजलि। मियादी बुखार की आयुर्वेदिक दवा। पुराने बुखार की आयुर्वेदिक दवा। बुखार उतारने का आयुर्वेदिक दवा। सर्दी खांसी, बुखार की आयुर्वेदिक दवा


बुखार उतारने का आयुर्वेदिक दवा: बुखार एक सामान्य समस्या है जिससे हर कोई व्यक्ति कभी न कभी पीड़ित हुए होंगे बुखार के लिए विभिन्न प्रकार की दवाएं हर चिकित्सा पद्धति उपलब्ध है जिन्हे चिकित्सक की सलाह से लिया जा सकता है।

तथा इस लेख मैं बुखार उतारने का आयुर्वेदिक दवा के बारे मैं जानेंगे तथा इन दवाओ का उपयोग कैसे किया जाता है एवं इन दवाओं के इस्तेमाल के दौरान कौन कौन सी सावधानियां रखनी चाहिए इसके बारे मैं भी हम इस लेख मैं जानेंगे।

यह भी पढ़े


बुखार उतारने का आयुर्वेदिक दवा।

बुखार के लिए सबसे अच्छी आयुर्वेदिक दवा कौन सी है? आयुर्वेद एक पुरानी और कारगर चिकित्सा पद्धति है जिसमें सभी प्रकार के रोगों के लिए दवाइयां उपलब्ध है तो आइए बुखार उतारने का आयुर्वेदिक दवा के बारे मैं जानते है।

1. महासुदर्शन घन वटी।

सर्दी खांसी, बुखार की आयुर्वेदिक दवा: महासुदर्शन घनवटी बुखार के लिए आने वाली एक बहुत कारगर आयुर्वेदिक दवाई है जिसमें विभिन्न प्रकार की औषधियों को सम्मिलित किया गया है इसके मुख्य घटकों में गिलोय, आंवला, हरण, हल्दी, देवदारु और चित्रक समेत विभिन्न प्रकार की औषधियां सम्मिलित की गई जो की समस्त प्रकार के ज्वर के लिए उपयोगी होती है। 

यह शरीर का तापमान नियंत्रित कर शरीर में सुस्ती ,थकान ,सर्दी ,जुकाम एवं बदन दर्द को भी दूर करती है।

2. गिलोय वटी

गिलोय आयुर्वेद चिकित्सा जगत में एक जानी-मानी औषधि है जिसका उपयोग विभिन्न प्रकार के रोगों के उपचार के लिए किया जाता है। तथा गिलोय वटी बुखार और बुखार से जुड़े लक्षणों को ठीक करने के लिए बेहद फायदेमंद होती है इसके उपयोग से सभी प्रकार के बुखार और जोड़ों का दर्द हाथ पैर मैं दर्द और थकान जैसी लक्षणों में लाभ मिलता है।

3. पतंजलि दिव्य ज्वर नाशक वटी।

बुखार की सबसे अच्छी आयुर्वेदिक दवा पतंजलि: पतंजलि दिव्य ज्वरनाशक वटी बुखार के लिए एक बहुत ही फायदेमंद दवाई है इसके मुख्य घटकों के रूप में चिरायता, तुलसी ,अश्वगंधा और लौंग शामिल है ज्वर नाशक वटी वायरल फीवर सामान्य बुखार एवं डेंगू और चिकनगुनिया जैसे बुखार के लिए बेहद लाभकारी होती है।

4. पतंजलि दिव्य ज्वर नाशक क्वाथ।

बुखार में कौन सा काढ़ा बनाकर पीना चाहिए? पतंजलि दिव्य ज्वरनाशक क्वाथ टैबलेट की तरह ही फायदेमंद और उपयोगी है जिसका इस्तेमाल काढ़ा बनाकर किया जाता है यह सभी प्रकार के ज्वर एवं उससे जुड़े लक्षणों के उपचार और रोकथाम के लिए बेहद लाभकारी आयुर्वेदिक दवाई है इसमें विभिन्न प्रकार की जड़ी बूटियां को दरदरे पाउडर के रूप में उपयोग किया गया है जिसे गर्म पानी में उबालकर पिया जाता है।

5. महासुदर्शन काढ़ा।

पुराने बुखार की आयुर्वेदिक दवा: महासुदर्शन काढ़ा आयुर्वेदिक चिकित्सा जगत में एक जाना माना नाम है। यह सभी प्रकार के वायरल और बैक्ट्रियल बुखार, मलेरिया तथा इससे जुड़े लक्षण सर्दी खांसी और बदन दर्द के उपचार के लिए बेहद फायदेमंद है इसके उपयोग से बुखार जैसी स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है और इसके लक्षणों से राहत पाया जा सकता है।

6. संजीवनी वटी

बुखार तथा इससे जुड़े लक्षणों के उपचार के लिए संजीवनी वटी भी एक बहुत ही फायदेमंद औषधि है इसमें गिलोय, त्रिफला और मुलेठी जैसी विभिन्न प्रकार की औषधि सम्मिलित की गई है जो टाइफाइड बुखार और सर दर्द जैसी लक्षणों से राहत पाने में मदद करती है।

7. महाज्वरंकुश रस

बुखार उतारने का आयुर्वेदिक दवा: महाज्वरंकुश रस बुखार के लिए उपयोग की जाने वाली एक फायदेमंद दवाई है यह सामान्य बुखार, मलेरिया तथा  मलती और उल्टी जैसे लक्षणों को दूर करने के लिए बहुत फायदेमंद है। इसके मुख्य घटकों मैं कज्जली, टंकण, त्रिकटु और धतूरा के बीज शामिल है।

8. आनंद भैरव रस (ज्वार)

आनंद भैरव रस (ज्वार) सभी प्रकार के बुखार के लिए उपयोग की जाने वाली एक बहुत ही प्रभावशाली आयुर्वेदिक दवाई है बुखार के अलावा यह है वात पित्त कफ को संतुलित करता है शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ता है।

यह भी पढ़े


बुखार उतारने का आयुर्वेदिक दवा के नुक्सान , दुष्प्रभाव साइड इफेक्ट्स । 

बुखार के लिए उपयोग की जाने वाली  दवाये पूर्णतः आयुर्वेदिक हैं तथा यही कारण हैं की इसके दुष्प्रभावों के बारे मैं कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है अथवा अज्ञात हैं। 

लेकिन कुछ स्थितियों में इन दवाओं के दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं तो आईए जानते हैं कि  बुखार उतारने का आयुर्वेदिक दवा के क्या नुकसान हो सकते हैं।

  • निर्धारित मात्रा से अधिक और गलत तरीके से इन दवाओं का सेवन किया जाता है तो ऐसी स्थिति में इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं।
  • शराब पीने के बाद यदि कोई व्यक्ति इन दवाओं का उपयोग करता है तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं क्योंकि यह शराब के साथ मिश्रित होकर शरीर पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है।
  • ऐसे व्यक्ति जो किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है और बिना अपने चिकित्सक की सलाह के इन दवाओं का सेवन करते हैं तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव होने के मौके बन सकते हैं।
  • बुखार के लिए उपयोग की जाने वाली  दवाओं मैं उपस्थित किसी घटक सामग्री से एलर्जी होने के बावजूद भी यदि इसका सेवन किया जाता है तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं।
  • एक्सपायर हो चुके दवाओं का सेवन किए जाने पर भी इसके दुष्प्रभाव शरीर पर देखने को मिल सकते हैं। अथवा उपयोग से पहले पैक पर एक्सपायरी डेट अवश्य चेक करें।

बुखार उतारने का आयुर्वेदिक दवा के इस्तेमाल के दौरान किसी भी प्रकार के दुष्प्रभावों का अनुभव होने पर इसका सेवन बंद कर दे और तुरंत चिकित्सक से संपर्क करे। 

बुखार के लिए उपयोग की जाने वाली दवाओं के दुष्प्रभावों से जुड़े यदि आपके कुछ व्यक्तिगत अनुभव या जानकारी है तो कमेंट के माध्यम से हमारे साथ जरूर शेयर करें यह हमारे और हमारे पाठकों के लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी होगी।

यह भी पढ़े


बुखार उतारने का आयुर्वेदिक दवा से संबंधित सावधानी। 

बुखार के लिए आयुर्वेदिक दवाओं का उपयोग करने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जिन्हें ध्यान में रखना बेहद जरूरी है इन सावधानियां को यदि आप ध्यान में रखते हैं तो अनजाने में होने वाली कई प्रकार के नुक़सान से बच सकते हैं।

  • गर्भवती महिलाओं को इन दवाओं का सेवन चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
  • ऐसे व्यक्ति जो वर्तमान समय में किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है और उपचार ले रहे हैं उन्हें इन दवाओं का सेवन अपने चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
  • हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को इन दवाओं सेवन अपने चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
  • ऐसी महिलाएं जो की हाल ही में मां बनी है और अपने शिशु को स्तनपान कराती हैं उन्हें इन दवाओं सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
  • बुखार के लिए उपयोग किजने वाली आयुर्वैदिक दवाओं मैं उपस्थित घटक सामग्री से किसी भी प्रकार की एलर्जी अथवा समस्या होने पर इसका का सेवन न करें।
  • बुखार उतरने के लिए आयुर्वेदिक दवाओं का सेवन पैक पर दिए गए निर्देश अथवा चिकित्सक द्वारा बताए गए तरीकों से ही सेवन करें।
  • अन्य किसी भी दवाई अथवा सप्लीमेंट्स के साथ इन दवाओं का सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।
  • बुखार उतरने के लिए आयुर्वेदिक दवाओं का सेवन करने से पहले अपनी वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति पर अच्छे से समीक्षा करें।
  • इन दवाओं का सेवन करने से पहले पैक पर दिए गए सभी महत्वपूर्ण निर्देशों को ध्यानपूर्वक पड़े।

Bablu Bhengra
Spread the love

Leave a Comment