पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड आय दिन अपने नए नए प्रोडक्ट लॉन्च करती रहती हैं एवं यह भारत मैं आयुर्वेदिक दवाइयों और स्वदेशी प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनियों मैं सबसे आगे हैं आज हम जिस दवाई के बारे मैं चर्चा करने वाले हैं।
वह हैं पतंजलि दिव्य मेधा वटी वैसे तो यह पतंजलि दिव्य फार्मेसी का बहुत पुराना प्रोडक्ट हैं मेधा वटी का मुख्यतः उपयोग दिमाग से सम्बंधित रोगो के उपचार के लिए एवं अन्य मस्तिष्क सम्बन्धी समस्याओं से निपटने के लिए किया जाता हैं।
इस लेख के माध्यम से हम पतंजलि दिव्य मेधा वटी के फायदे नुकसान उपयोग और सेवन विधि के बारे मैं जानेगे एवं साथ ही साथ यह किन किन रोगो मैं लाभदायक है इसके बारे मैं भी विस्तार से जानेगे।
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विषय सूची
मेधा वटी खाने के फायदे। divya medha vati ke fayde
सिर दर्द मैं लाभकारी
पतंजलि की दिव्य मेधा वटी सिर दर्द के लिए अत्यंत लाभकारी दवाई हैं यदि आप काफी अधिक समय से सिर दर्द की समस्यां से परेशान हैं एवं काफी इलाज करवा चुके हैं फिर भी आराम नहीं मिल रहा हैं।
तो एक बार मेधा वटी का उपयोग अवश्य करे इसमें अश्वगंधा,ब्राम्ही एवं इसके साथ कई और अन्य जड़ी बूटी भी इसमें मौजूद होती है जो की सर दर्द से राहत पाने मैं बेहद उपयोगी होती हैं एवं मेधा वटी माइग्रेन मैं भी बेहद लाभकारी हैं।
याददास्त को बढ़ाये
बढ़ती उम्र के साथ अक्सर यह देखा गया हैं की हमारी स्मरण शक्ति कमजोर होती जाती हैं तथा हम छोटी छोटी बातो एवं चीजों को भूलने लगते हैं या अधिक समय तक याद नहीं रख पाते हैं।
मेधा वटी मैं ब्राम्ही,शंकपुष्पी,मोती पिष्टी जैसे औषधि उपस्थित होते हैं जो की आपकी याददास्त को बढ़ने मैं सहायता करते हैं।
नींद के लिए फायदेमंद
बदलते जीवन शैली के साथ लोगो का काम करने के तरीका भी बहुत बदल गया हैं जिसका प्रवभाव उनके नींद पर पड़ता तथा कई लोगो को सही समय और पर्याप्त मात्रा मैं नींद नहीं आती हैं। जिसके कारण शरीर मैं थकान और मानसिक तनाव रहता है।
चिकित्सको के अनुसार एक व्यक्ति को लगभग 6-8 घंटो की नींद लेना जरुरी होता हैं एवं मेधा वटी के उपयोग से नींद न आने की समस्या दूर होती हैं। यह मस्तिष्क को शांत करता हैं जिसकी वजह से आपको बेहतर और गहरी नींद आती हैं।
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दिमाग के लिए फायदेमंद
एक सर्वे अनुसार आज के समय मैं अधिकतर लोग मानसिक तनाव या किसी अन्य प्रकार की दिमागी समस्या से जूझ रहे हैं जिसका कारण अत्यधिक सोचना,परेशान रहना ,काम का दबाव, आर्थिक स्थिति ठीक न होना यह सभी कारण हो सकते हैं।
पतंजलि मेधा वटी मस्तिष्क के लिए बेहद फायदेमंद दवाई हैं यह दिमागी स्वास्थ्य को बेहतर बनाता हैं दिमाग को शांत कर मानसिक तनाव को दूर करता हैं।
मेधा वटी फॉर एंग्जायटी
एंग्जायटी मतलब किसी भी विषय के बारे मैं अत्यधिक सोचकर परेशान होना या चिंता करना होता हैं जिसे चिकित्सक की भाषा मैं एंग्जायटी कहते हैं।
एंग्जायटी किसी चीज का डर होने से या अधिक चिंता करने के कारण से होता हैं। जिसके वजह से शरीर मैं बेचैनी, घबराहट और सांस फूलने जैसी समस्या होने लगती हैं।
मेधा वटी एंग्जायटी के लिए बेहद फायदेमंद होता हैं जिसके नियमित सेवन से एंग्जायटी की समस्या से राहत पाया जा सकता हैं एवं मेधा वटी घबराहट और बेचैनी को दूर करता हैं।
यदि आप पहले से एंग्जायटी की कोई दवाई का सेवन कर रहे हैं तो एक बार आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श जरूर करे तथा उसके बाद वटी का सेवन करे।
स्टूडेंट्स के लिए लाभदायक
दोस्तों पढाई का दबाव हर एक स्टूडेंट पर रहता हैं जिसके कारण कई स्टूडेंट्स परेशान रहते हैं एवं कभी कभी वह डिप्रेशन मैं भी चले जाते हैं।
ऐसे स्टूडेंट्स के लिए मेधा वटी का सेवन बेहद फायदेमंद होता हैं यह डिप्रेशन और चिंता को कम करता हैं एवं दिमाग की एकाग्रता और स्मरण शक्ति को बढ़ाता है जिससे की आप जो भी पढ़ते हैं वह आपको लम्बे समय तक याद रहता हैं एवं आपका पढाई मैं मन भी लगता हैं।
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दिव्य मेधा वटी सेवन विधि।
दोस्तों मेधा वटी के सेवन से होने वाले फायदों के बारे मैं तो आपने जान लिया लेकिन किसी भी औषधि का सेवन अगर सही विधि से नहीं किया जाये तो यह उतना फायदेमंद नहीं होता हैं तो आइये जानते हैं की मेधा वटी का सेवन कैसे करें।
व्यस्को एवं बुजुर्गो को मेधा वटी का उपयोग दिन मैं दो बार गुनगुने दूध या पानी के साथ 2 -2 गोली करना चाहिए और छोटे बच्चे जिनकी आयु 8 -15 वर्ष हैं उन्हें मेधा वटी का सेवन दिन मैं दो बार एक-एक गोली गुनगुने दूध अथवा पानी के साथ करना चाहिए।
ध्यान रहे की जिन्हे दूध से किसी प्रकार की एलेर्जी या दिक्कत है तो वह दूध से मेधा वटी का सेवन न करे।
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दिव्य मेधा वटी का मूल्य। divya medha vati price in hindi
पतंजलि दिव्य मेधा वटी के एक पैकेट का मूल्य 250 रूपए हैं जिसमे की चार स्ट्रिप मौजूद होती हैं तथा प्रत्येक स्ट्रिप मैं 30 गोलियां होती हैं एवं इसमें टोटल 120 गोलियां निकलती हैं।
मेधा वटी का उपयोग कब न करे
वैसे तो मेधा वती बेहद गुणकारी और फायदेमंद औषधि हैं लेकिन किन्ही परिस्थितयों मैं इसका सेवन आपके लिए चिंताजनक हो सकता हैं तो आइये जानते हैं की मेधा वटी सेवन किन लोगो को और कब नहीं करना चाहिए।
- गर्भवती महिलाओ को मेधा वटी का सेवन नहीं करना चाहिए क्योकि गर्भवस्था के दौरान कौन सी दवाई बच्चे और माँ पर क्या प्रभाव डालती यह अभी तक पूर्ण रूप से स्पष्ट नहीं हैं यदि गर्भवती महिलाये मेधा वटी का सेवन करती भी हैं तो चिकित्सक की सलाह से करे।
- मेधा वटी का सेवन हाई ब्लड प्रेसर एवं डाइबिटीज़ के मरीजों को बिना डॉक्टर के सलाह के नहीं करना चाहिए यह आपके शरीर मैं प्रवेश कर क्या प्रभाव डालती हैं यह सिर्फ डॉक्टर ही आपको बता पाएगा।
- ऐसी महिलाएं जो की हाल ही मैं माँ बनी है तथा बच्चे को स्तनपान कराती हैं उन्हें मेधा वटी का प्रयोग नहीं करना चाहिए हलाकि अभी तक इस बात पर कोई शोध या पुष्टि उपलब्ध नहीं हैं लेकिन फिर भी यदि स्तनपान करने वाली महिलाये इसका सेवन करना चाहती हैं तो चिकित्सक की सलाह अवश्य ले।
- शराब पिने के बाद मेधा वटी का सेवन नहीं करना चाहिए शराब पिने के बाद इसका सेवन आपके लिए घातक सिद्ध हो सकता हैं।
- मेधा वती का सेवन खाली पेट नहीं करना चाहिए डॉक्टरों द्वारा दिए गए सुझावों एवं मेधा वटी के पैकेट पर दिए गए निर्देश के अनुसार मेधा का सेवन भोजन के बाद ही करना चाहिए।
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दिव्य मेधा वटी के घटक
- ब्राह्मी
- शंखपुष्पी
- उस्तेखादुसा,
- वाका,
- अश्वगंधा
- जटामासी
- पुष्करमूल,
- प्रवल पिष्टी
- मोती पिष्टी
- सिल्वर कैल्सिन।
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मेधा वटी के नुकसान। medha vati side effects in hindi
1.मेधा वटी के अधिक सेवन से कुछ लोगो मैं यह देखने को मिला हैं की उन्हें अधिक नींद की समस्या होने लगी।
मेधा वटी के सेवन से होने वाले दुष्प्रभावों पर कोई शोध या इतिहास अभी तक मौजूद न होने के कारण यह साफ़ तौर पर इसके दुष्प्रभावों के बारे मैं कुछ नहीं कहा जा सकता हैं।
इसके अतिरिक्त यह एक आयुर्वेदिक औषधि इस वजह से भी इस से होने वाले साइड इफेक्ट्स की कोई ख़ास जानकरी उपलब्ध नहीं हैं।