बाबा रामदेव नींद की दवा।पतंजलि में नींद की गोली।अनिद्रा के लिए आयुर्वेदिक दवा पतंजलि।अच्छी नींद के लिए आयुर्वेदिक दवा।पतंजलि में नींद की दवा।
शरीर को पूर्ण रूप से स्वस्थ्य रखने के लिए यह अति आवश्यक की आप अच्छा भोजन खाए और शरीर को पर्याप्त मात्रा मैं आराम दे और शरीर को आराम देने के लिए यह बेहद जरूरी है की आप भरपूर मात्रा मैं नींद ले।
नींद पूरी न होने के कारण शरीर सुस्त रहता है बदन मैं और सिर मैं दर्द होने लगता है एवम किसी काम मैं मन नहीं लगता है तथा आज कल के व्यस्थ जीवन शैली मैं अनिद्रा यानी की नींद ना आने की समस्या आज कल अधिकांस लोगो में देखने को मिल रही है।
अनिद्रा के लिए आज बाजार मैं अनेकों प्रकार की दवाएं मौजूद है जिन्हे आप चिकित्सक की सलाह से ले सकते है। लेकिन कई लोगो के मन मै यह दुविधा रहती है की नींद ना आने पर कौन सी दवा खाएं? तो हम इस लेख मैं अनिद्रा के लिए उपयोगी आयुर्वेदिक दवाई के बारे मैं आपको बताएंगे।
अच्छी नींद के लिए आयुर्वेदिक दवा कौन सी है? वैसे तो कई आयुर्वेदिक कंपनियां अनिद्रा के लिए दवाईयां बनाती है लेकिन हम अपने इस लेख मैं पतंजलि आयुर्वेद की दवाओं के बारे मैं जानेंगे तो आइए जानते है की पतंजलि में नींद की दवा कौन सी है?
यह भी पढ़े
- अर्श हर कैप्सूल के फायदे और नुक्सान।
- पतंजलि यौवन गोल्ड कैप्सूल के फायदे।
- रेस्पिरिच कैप्सूल के 8 फायदे और नुकसान।
विषय सूची
अनिद्रा के लिए आयुर्वेदिक दवा पतंजलि।Patanjali medicine for sleep disorders Hindi
अनिद्रा के लिए पतंजलि आयुर्वेद की अलग अलग दवाएं मौजूद है जिन्हे आप पतंजलि मैं कार्यरत वैध से परामर्श करके भी ले सकते है।
1. पतंजलि शंखपुष्पी चूर्ण।
शंखपुष्पी चूर्ण एक बेहद फायदेमंद औषधि है जिसका उपयोग दिमाग संबंधी रोगों के उपचार मैं किया जाता है शंखपुष्पी की आयुर्वेद मैं दिमाग के लिए बेहद लाभकारी माना गया है।
शंखपुष्पी मानसिक थकान और तनाव को मुक्त करता है और दिमाग को शांत करता है जिससे की आपको अच्छी नींद आती है। एवम शंखपुष्पी दिमाग को उत्साह प्रदान करता है।
शंखपुष्पी चूर्ण के सेवन से मेमोरी पावर भी बढ़ती है जिससे की आप चीजों को जल्दी भूलते नही है और लंबे समय तक याद रख पाते हैं। तथा यह सिरदर्द को भी दूर करने मै भी उपयोगी होता है।
उपयोग केसे करे।
अनिद्रा मैं शंखपुष्पी चूर्ण का लाभ लेने के लिए एक गिलास दूध में एक चम्मच शंखपुष्पी चूर्ण मिलाकर भोजन के बाद रात को सोते समय इसका सेवन करे।
यदि दूध से किसी प्रकार की एलर्जी या समस्या हो तो इसका सेवन पानी से भी किया जा सकता हैं।
यह भी पढ़े
- न्यूट्रीगेन पाउडर के फायदे,नुकसान।
- न्यूट्रीलाइफ पाउडर के 11 फ़ायदे और नुक्सान।
- इकोप्रोट पाउडर के फायदे।
2. पतंजलि ब्राम्ही चूर्ण।
ब्राम्ही एक अत्यंत लाभकारी औषधि है जिसमे दिमाग को तेज और बेहतर बनाने वाले औषधीय गुण मोजूद होते है ब्राम्ही हमारे तंत्रिका तंत्र को शक्ति प्रदान करता है एवम इससे संबंधित रोगों के उपचार मैं सहायता प्रदान करता है।
ब्राम्ही मैं प्रचुर मात्रा मैं एंटीऑक्सीडेंट होते है जो की दिमागी तनाव को दूर करते है और मस्तिष्क को शांत रखते है और यह आपको बेहतर नींद प्रदान करता है।
यहां तक की ब्राम्ही का उपयोग अल्जाइमर के उपचार हेतु भी किया जाता है।
उपयोग कैसे करे।
अच्छी नींद के लिए पतंजलि ब्राम्ही चूर्ण का सेवन एक चम्मच एक गिलास दूध अथवा पानी मैं मिलाकर भोजन के बाद रात को सोने से पहले करे।
यह भी पढ़े
- वातारि चूर्ण के यह 7 फायदे और नुकसान।
- 9 अचूक सफ़ेद दाग की दवां पतंजलि।
- बिल्वादि चूर्ण के फायदे नुकसान सेवन विधि।
3.पतंजलि अश्वगंधा चूर्ण।
अश्वगंधा चूर्ण काफी जानी मानी औषधि है जिसका उपयोग कई प्रकार के रोगों के इलाज मैं किया जाता रहा है तथा इसमें एंटी-ऑक्सीडाइजिंग, एंटी-स्ट्रेस गुण होते है अच्छी नींद लाने मैं अत्यंत सहायक होता है और तनाव को दूर करता है एवम शरीर को आराम प्रदान करता हैं।
अश्वगंधा चूर्ण अन्य दिमागी विकार जेसे की डिप्रेशन और एंग्जायटी को दूर करने मै बेहद कारगर होता है।
उपयोग केसे करें।
अश्वगंधा चूर्ण का लाभ लेने के लिए एक गिलास दूध मैं एक चम्मच अश्वगंधा चूर्ण मिलाकर भोजन के बाद रात को सोने से पहले सेवन करे।
यह भी पढ़े
4.पतंजलि दिव्य मेधा वटी।
पतंजलि दिव्य मेधा वटी एक काफ़ी चर्चित दवाई है जिसका विज्ञापन आपने टीवी मै देखा होगा एवम इसके बारे मैं बाबा रामदेव भी अपने योग प्रोग्राम मैं बताते है।
मेधा वटी अनेकों प्रकार की औषधियों से निर्मित औषधि है जो की गोलियों के रूप मै आती है इसमें ब्राम्ही,अश्वगंधा,शंखपुष्पी जैसी औषधियां सम्मिलित होती है तथा इसका उपयोग मुख्य रूप अनिद्रा, डिप्रेशन,एंग्जायटी, मेमोरी लॉस की ,समस्या मैं किया जाता है।
अनिद्रा से परेशान लोग इसका उपयोग कर लाभ उठा सकते है।
उपयोग केसे करे।
पतंजलि मेधा वटी का लाभ लेने के लिए व्यसको ओर बुजुर्गो को इसकी दो दो गोलियां सुबह शाम भोजन के बाद दूध अथवा पानी के साथ सेवन करना चाहिए।
यह भी पढ़े
- पतंजलि मुक्ता वटी के 9 बेमिसाल फायदे और नुकसान।
- पतंजलि यौवनामृत वटी के 6 फायदे नुकसान।
- पतंजलि दिव्य मेदोहर वटी के 7 फायदे नुक्सान।
5.पतंजलि दिव्य बादाम रोगन तेल
पतंजलि दिव्य बादाम रोगन तेल शुद्ध बादाम का तेल है जिसका उपयोग ज्यादातर उपयोग बालो और त्वचा पर किया जाता है इसके अलावा इसका इस्तेमाल छोटे बच्चो को मालिश और साइनस की समस्या मैं भी किया जाता है।
लेकिन क्या आप जानते है की बादाम रोगन तेल अनिद्रा की समस्या मैं भी काफी फायदेमंद साबित हो सकती है इसमें प्रचुर मात्रा मैं विटामिंस और मिनरल्स होते है जो की दिमागी स्वास्थ्य को बेहतर बनाते है और अनिद्रा की समस्या को दूर करने मदद करते है।
उपयोग कैसे करें।
पतंजलि बादाम रोगन तेल का इस्तेमाल आप अलग अलग तरीकों से कर सकते है।
1.अनिद्रा मैं लाभ लेने के लिए सोने से पहले बादाम रोग तेल से पूरे शरीर की मालिश कर लीजिए विशेष रूप सिर की।
2.बादाम रोगन तेल की दो बूंदे नाक मैं नाक ma सोने से पहले डाले।
3. बादाम रोगन तेल का सेवन दूध के साथ भी किया जा सकता है एक गिलास दूध मैं दो से तीन बूंदे बादाम रोगन तेल डालकर रात को सोने से पहले पिए।
यह भी पढ़े
FAQ
Q: अच्छी नींद के लिए आयुर्वेदिक दवा कौन सी है?
Ans: अच्छी नींद के लिए पतंजलि मेधा वटी का उपयोग किया जा सकता है यह अनिद्रा के लिए एक लाभकारी औषधि हैं।
Q: नींद ना आने पर कौन सी दवा खाएं?
Ans: नींद ना आने पर चिकित्सक द्वारा बताए गए दवाई का सेवन करे इसके अलावा आप आयुर्वेदिक दवाओ का इस्तेमाल कर सकते है।
Q:पतंजलि में नींद की दवा कौन सी है?
Ans: नींद के लिए पतंजलि की मेधा वटी, शंखपुष्पी चूर्ण, ब्राम्ही चूर्ण, अश्वगंध चूर्ण अथवा कैप्सूल का सेवन किया जा सकता है।
Q: कौन सी विटामिन की कमी से नींद नहीं आती?
Ans: विटामिन बी 6 की कमी से नींद नही आने की समस्या हो सकती हैं।
Q:पतंजलि में नींद की गोली कौन सी है?
Ans: पतंजलि मैं नींद के लिए पतंजलि दिव्य मेधा वटी आती है।यह इसके अलावा अन्य दिमागी रोगी के उपचार मैं भी उपयोगी होती हैं।