अविपत्तिकर चूर्ण के फायदे और नुकसान। Avipattikar Churna in Hindi Uses in Hindi

अविपत्तिकर चूर्ण के फायदे और नुकसान। अविपत्तिकर चूर्ण खाने का तरीका। अविपत्तिकर चूर्ण की तासीर। पतंजलि अविपत्तिकर चूर्ण के लाभ। बैद्यनाथ अविपत्तिकर चूर्ण के फायदे। अविपत्तिकर चूर्ण बनाने की विधि। डाबर अविपत्तिकर चूर्ण के फायदे


अविपत्तिकर चूर्ण के फायदे और नुकसान: आयुर्वेद चिकित्सा मैं विभिन्न प्रकार की दवाएं उपलब्ध है जिन्हे रोगों के अनुसार चिकित्सक की सलाह से लिया जा सकता है।

तथा इस लेख मैं हम ऐसे ही एक आयुर्वेदिक दवाई अविपत्तिकर चूर्ण के फायदे और नुकसान के बारे मैं जानेंगे तथा उसके उपयोग कैसे किया जाता है और इसके इस्तेमाल के दौरान कौन कौन सी सावधानियां रखनी चाहिए इसके बारे मैं भी हम इस लेख मैं जानेंगे।


विषय सूची

अविपत्तिकर चूर्ण क्या है? Avipattikar Churna in Hindi

अविपत्तिकर चूर्ण खाने से क्या होता है? अविपत्तिकर आयुर्वेद चिकित्सा की एक बहुत फायदेमंद दवाई है जिसमे प्रभावी आयुर्वैदिक फार्मुलेशन है तथा अविपत्तिकर चूर्ण का उपयोग पेट से संबंधित रोगों के उपचार के लिए किया जाता है यह जलन , अपच और पित्त दोष के लिए उपयोगी है।


अविपत्तिकर चूर्ण के फायदे। Avipattikar Churna benefits in Hindi

1. एसिडिटी के लिए: खराब खान पान और दिन चर्या के कारण एसिडिटी की समस्या हो सकता है तथा अविपत्तिकर चूर्ण मैं आंवला हरड़ और बहेड़ा जैसी औषधियों को सम्मिलित किया गया है जो एसिडिटी की समस्या से राहत पाने मैं बहुत फायदेमंद होता है। तथा एसीडिटी की समस्या मैं अविपत्तिकर चूर्ण का उपयोग कर लाभ लिया जा सकता है।

2. सीने मैं जलन के लिए: गैस और एसिडिटी के कारण सीने मैं जलन और खट्टी डकार जैसी समस्या मैदा हो सकती है तथा अविपत्तिकर चूर्ण सीने मैं जलन की समस्या से राहत पाने मैं मदद करता है।

3. बदहजमी के लिय: अविपत्तिकर चूर्ण बदहजमी की समस्या मैं लाभकारी होता है बदहजमी के कारण पेट के ऊपरी हिस्से मैं दर्द और बैचैनी हो सकती है तथा अविपत्तिकर चूर्ण बदहजमी की समस्या से निपटने मैं मदद कार्य करता है।

4. कब्ज के लिए: कब्ज की समस्या में भी अविपत्तिकर चूर्ण एक फायदेमंद आयुर्वेदिक दवाई है इसके उपयोग से कब्ज जैसी समस्या से राहत पाने में मदद मिल सकती है।

5. उल्टी के लिए लाभकारी: एसिडिटी और बढ़े हुए पित्त के कारण जी मचलना और उल्टी जैसी शिकायत हो सकती है तथा अविपत्तिकर चूर्ण चरण उल्टी और जी मचलने जैसी समस्याओं में लाभकारी होता है।

6. आईबीएस के लिए: IBS जिसे इरिटेबल बाउल सिंड्रोम कहा जाता है यह पेट में होने वाली एक आम समस्या है जिसमें पेट में ऐंठन ,दर्द ,दस्त, गैस और कब्ज जैसी समस्या होती है तथा अविपत्तिकर चूर्ण के सेवन से आईबीएस की समस्या में लाभ होता है।

7. पित्त को संतुलित करे: पित्त के संतुलन के कारण पेट में विभिन्न प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं और शरीर में अत्यधिक गर्मी उत्पन्न हो सकती है तथा अविपत्तिकर चूर्ण पित्त को संतुलित कर गर्मी को कम करती है।

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अविपत्तिकर चूर्ण के नुकसान। Avipattikar churna side effects in hindi

अविपत्तिकर चूर्ण के साइड इफेक्ट्स क्या है? अविपत्तिकर चूर्ण एक आयुर्वेदिक दवाई है तथा यही कारण है कि इसके दुष्प्रभावों के बारे में चिकित्सा जगत में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है अथवा अज्ञात है।

लेकिन कुछ स्थितियों में इसके दुष्प्रभाव देखने को मिल सकते हैं तो आईए जानते हैं कि अविपत्तिकर चूर्ण के क्या नुकसान होते हैं।

  • निर्धारित मात्रा से अधिक और गलत तरीके से अविपत्तिकर चूर्ण का सेवन किए जाने पर इसके दुष्प्रभाव शरीर पर देखने को मिल सकते हैं।
  • शराब पीने के बाद यदि कोई व्यक्ति अविपत्तिकर चूर्ण का सेवन करता है तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं। क्योंकि यह शराब के साथ मिश्रित होकर बॉडी पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है।
  • ऐसे व्यक्ति जो किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है और वह बिना अपने डॉक्टर की सलाह के अविपत्तिकर चूर्ण का सेवन करते हैं तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं।
  • अविपत्तिकर चूर्ण में उपस्थित किसी घटक सामग्री से एलर्जी होने के बावजूद भी यदि इसका उपयोग किया जाता है तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं।
  • एक्सपायर हो चुके अविपत्तिकर चूर्ण का सेवन किए जाने पर भी इसके दुष्प्रभाव होने के खतरे बढ़ सकते हैं।

अविपत्तिकर चूर्ण के इस्तेमाल के दौरान यदि किसी भी प्रकार के दुष्प्रभाव का अनुभव करते है तो इसका सेवन बंद कर दें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

अविपत्तिकर चूर्ण के दुष्प्रभाव से जुड़े यदि आपके कुछ व्यक्तिगत अनुभव या जानकारी है तो कमेंट के माध्यम से हमारे साथ जरूर शेयर करें यह हमारे और हमारे पाठको के लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी होगी।

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अविपत्तिकर चूर्ण से सम्बन्धित सावधानी। Avipattikar churna related precautions & warnings in Hindi

अविपत्तिकर चूर्ण सुरक्षित है? अविपत्तिकर चूर्ण का सेवन करने से पहले कुछ सावधानियां है जिन्हे ध्यान मैं रखना बेहद जरूरी है इन महत्वपूर्ण बातों को यदि आप ध्यान में रखते हैं तो अनजाने मैं होने वाली कई प्रकार की हानियों से बच सकते हैं।

  • गर्भवती महिलाओं को अविपत्तिकर चूर्ण का सेवन चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
  • ऐसे लोग जो वर्तमान समय मैं किसी गंभीर रोग से पीड़ित है और उपचार ले रहे है उन्हे इसका सेवन चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
  • हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के मरीजों को इसका सेवन अपने चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
  • ऐसी महिलाएं जो की हाल ही मे मां बनी है और अपने शिशु को स्तनपान कराती है उन्हें इसका सेवन डॉक्टर की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
  • अविपत्तिकर चूर्ण मैं मोजूद किसी घटक सामग्री से एलर्जी अथवा किसी प्रकार की समस्या होने पर इसका उपयोग ना करे।
  • अन्य किसी भी दवाई अथवा सप्लीमेंट्स के साथ इसका उपयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
  • अविपत्तिकर चूर्ण का सेवन पैक पर दिए निर्देश अथवा चिकित्सक द्वारा बताए गए तरीकों से ही सेवन करें।
  • अविपत्तिकर चूर्ण का उपयोग करने से पहले पैक पर दिए गए सभी महत्वपूर्ण निर्देशों को ध्यानपूर्वक पढ़ें।
  • अविपत्तिकर चूर्ण का सेवन करने से पहले अपनी वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति का आकलन करें।
  • सर्जरी या ऑपरेशन जैसी स्थितियों मैं इसका सेवन करने के पूर्व डॉक्टर की सलाह आवश्यक है।

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अविपत्तिकर चूर्ण खाने की विधि। Avipattikar churna How use & Dosage in Hindi

अविपत्तिकर चूर्ण को कैसे खाएं? अविपत्तिकर चूर्ण लेने का तरीका क्या है। किसी दवाई को लेने का एक सही समय और तरीका होता है तथा तभी यह आपके शरीर को पूर्ण रूप से फायदा पहुंचती है।

ठीक उसी प्रकार से अविपत्तिकर चूर्ण को भी लेने का तरीका होता है तो आईए जानते हैं कि अविपत्तिकर चूर्ण का सेवन कैसे किया जाता है।

अविपत्तिकर चूर्ण खाने का तरीका : अविपत्तिकर चूर्ण का लाभ लेने के लिए 2 से 6 ग्राम अविपत्तिकर चूर्ण (आधा से एक चम्मच ) को, दिन में दो बार गुनगुने पानी के साथ भोजन के पहले या बाद अथवा चिकित्सक के निर्देशानुसार सेवन करें।

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अविपत्तिकर चूर्ण की तासीर।

अविपत्ति कर चरण की तासीर संतुलित होती है यह ना ज्यादा अधिक गर्म और ना ही ज्यादा ठंडा होता है यह पित्त को संतुलित कर शरीर में बढ़ी हुई गर्मी को काम करता है।


अविपत्तिकर चूर्ण के घटक सामग्री। Avipattikar Churna ingredients in Hindi

अविपत्तिकर चूर्ण मुख्य सामग्री:

  • हरड़
  • बहेड़ा
  • आमला
  • अदरक
  • काली मिर्च
  • पिप्पली
  • तेज पत्ता
  • इलाइची
  • लौंग
  • विडंग

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अविपत्तिकर चूर्ण की कीमत। Avipattikar churna Price

अविपत्तिकर चूर्ण का निर्माण विभिन्न प्रकार की आयुर्वेदिक दवाई कंपनी करती है तथा जिसकी कीमत 100 रुपए से लेकर 60 रुपए तक हो सकती है जिसे आप किसी भी आयुर्वैदिक मेडिकल स्टोर या ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट से खरीद सकते हैं।


FAQ: अविपत्तिकर चूर्ण के फायदे और नुकसान। Avipattikar Churna in Hindi Uses in Hindi

Q: अविपत्तिकर चूर्ण खाने से क्या होता है?

Ans: अभिव्यक्ति का चूर्ण खाने से गैस, एसिडिटी और पेट में जलन जैसी समस्याओं में लाभ होता है।

Q: क्या हम अविपट्टिकर चूर्ण रोज ले सकते हैं?

Ans: पेट से संबंधित समस्या होने पर अविपत्तिकर चूर्ण का सेवन रोज किया जा सकता है तथा अधिक समस्या होने पर इसका उपयोग चिकित्सक के परामर्श से करें।

Q: मुझे अविपट्टिकर कब लेना चाहिए?

Ans: अविपत्तिकर चूर्ण का सेवन सुबह शाम आधा से एक चम्मच भोजन के बाद या खाली पेट सेवन करना चाहिए। 

Q: अविपट्टिकर चूर्ण का उपयोग किस उद्देश्य के लिए किया जाता है?

Ans: अविपत्तिकर चूर्ण का सेवन पेट में होने वाली समस्या गैस एसिडिटी और कब्ज के उपचार के उद्देश्य के लिए किया जाता है।

Q: अविपत्तिकर चूर्ण को कैसे खाएं?

Ans: अविपत्तिकर चूर्ण को सुबह शाम खाली आधा से एक चम्मच खाली पेट या खाने के बाद सेवन करे।

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