पतंजलि गिलोय घनवटी के फायदे: गिलोय घनवटी आयुर्वेद चिकित्सा में एक जाना माना नाम है तथा कोरोना महामारी के दौरान भारत मैं गिलोय घनवटी लोगों में और ज्यादा चर्चित और लोकप्रिय दवाई बन गई।
तथा इस लेख में हम गिलोय घनवटी के फायदे और नुकसान के बारे में जानेंगे तथा गिलोय घनवटी का उपयोग कैसे किया जाता है तथा इसका सेवन किस प्रकार से किया जाता है इसके बारे में भी हम इस लेख में जानेंगे।
विषय सूची
पतंजलि गिलोय घनवटी क्या है। Patanjali Giloy ghanvati in hindi
गिलोय घनवटी एक आयुर्वेदिक दवाई है जिसके मुख्य घटक मैं गिलोय शामिल होता है गिलोय को गुडुची अमृता और संस्मनी जैसे दूसरे नाम से भी जाना जाता है। इसका उपयोग विभिन्न प्रकार के बुखार और संक्रमण जैसी बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है इसके अलावा गिलोय के विभिन्न फायदे हैं इसके बारे में हम आगे विस्तार से इस लेख में जानने वाले हैं
पतंजलि गिलोय घनवटी के फायदे। Patanjali Giloy ghanvati benefits in hindi
गिलोय घनवटी खाने से क्या फायदे हैं? गिलोय कौन-कौन सी बीमारी को ठीक करता है? गिलोय घनवटी का उपयोग विभिन्न प्रकार के रोगों के उपचार के लिए किया जाता है खासकर संक्रमण और बुखार जैसी स्थितियों में गिलोय बहुत ही फायदेमंद होता है लिए इसके फायदे के बारे में विस्तार से जानते हैं।
1. बुखार के लिए : बुखार एक सामान्य समस्या है जिससे हम सभी कवि ना कभी प्रभावित हो जाते हैं बुखार हमें कई कर्म से हो सकता है खासकर संक्रमण जैसी स्थितियों में बुखार को एक लक्षण के रूप में देखा जाता है बुखार के दौरान हमारे शरीर का तापमान बढ़ने लगता है।
तथा बुखार जैसी स्थितियों से लड़ने के लिए गिलोय घनवटी एक बहुत अच्छी आयुर्वेदिक दवाई मानी जाती है इसके उपयोग से बुखार मैं राहत पाया जा सकता है।
1. डेंगू बुखार : डेंगू बुखार एक संक्रामक और गंभीर बुखार होता है डेंगू बुखार संक्रामक मच्छर के काटने से होता है जिसमें उल्टी हाथ पैर दर्द बदन दर्द और सर दर्द जैसे गंभीर लक्षण देखने को मिलते हैं डेंगू बुखार के दौरान हमारे ब्लू के प्लेटलेट्स काउंट बहुत तेजी से कम होने लगते हैं।
तथा गिलोय घनवटी डेंगू बुखार में संक्रमण से निपटने और डेंगू के लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए एक बहुत ही फायदेमंद सहायक दवाई है।
3. स्वाइन फ्लू: स्वाइन फ्लू जो h1 n1 वायरस के कारण से होता है स्वाइन फ्लू में बुखार सर्दी जुकाम सर दर्द और थकान जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं तथा गिलोय घनवटी का उपयोग इन लक्षणों को नियंत्रित करने और इसके उपचार के लिए किया जाता है।
4. चिकनगुनिया: चिकनगुनिया एक वायरस बीमारी है जो चिकनगुनिया वायरस के कारण से होती है इस संक्रामक रोग में बुखार , सिर दर्द ,बदन दर्द ,हाथ पैर दर्द ,मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द जैसी लक्षण दिखाई देते है। तथा गिलोय घनवटी का उपयोग इन लक्षणों को नियंत्रित करने और इसके उपचार के लिए किया जाता है।
5. इम्यूनिटी बढ़ाए: एक कमजोर इम्यूनिटी वाला व्यक्ति संक्रामक बीमारियों से जल्दी पीड़ित हो जाता है तथा गिलोय घनवटी के इस्तेमाल से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है जिससे कि संक्रामक बीमारियां आपके शरीर को जल्दी प्रभावित नहीं कर पाती है तथा गिलोय घनवटी के उपयोग से संक्रमण जैसी स्थितियों से लड़ने में काफी मदद मिलती है।
पतंजलि गिलोय घनवटी के नुकसान। Patanjali Giloy ghanvati side effects in hindi
गिलोय घनवटी एक आयुर्वेदिक दवाई है तथा यही कारण है कि इसके दुष्प्रभावों के बारे में चिकित्सा जगत में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है अथवा अज्ञात है लेकिन कुछ स्थितियों में इसके दुष्प्रभाव देखने को मिल सकते हैं।
तो आईए जानते हैं की गिलोय घनवटी के क्या नुकसान है।
- 1. निर्धारित मात्रा से अधिक और गलत तरीके से गिलोय घनवटी का उपयोग किए जाने पर इसके दुष्प्रभाव हो सकते हैं।
शराब पीने के बाद यदि कोई व्यक्ति गिलोय घनवटी का सेवन करता है तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव हो सकते हैं।
- 2. गिलोय घनवटी से एलर्जी होने की स्थिति में यदि इसका उपयोग किया जाता है तो इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं।
3. ऐसे लोग जो किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं और बिना अपने चिकित्सक की सलाह के इसका उपयोग करते हैं तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव होने की संभावना हो सकती है।
4. एक्सपायर हो चुके गिलोय घनवटी का सेवन किए जाने पर भी इसके दुष्प्रभाव हो सकते हैं तथा उपयोग से पहले एक्सपायरी डेट अवश्य चेक करें।
गिलोय घनवटीके इस्तेमाल के दौरान किसी भी प्रकार के दुष्प्रभावों का अनुभव होने पर इसका सेवन बंद कर दें और तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।
गिलोय घनवटी के साइड इफेक्ट से जुड़े यदि आपके कुछ व्यक्तिगत अनुभव या जानकारी है तो कमेंट के माध्यम से हमारे साथ जरूर शेयर करें यह हमारे और हमारे पाठकों के लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी होगी।
पतंजलि गिलोय घनवटी से संबंधित सावधानी
वैसे तो गिलोय घनवटी एक आयुर्वेदिक दवाई है लेकिन इसका सेवन करने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जिन्हें ध्यान में रखना बेहद जरूरी है इन सावधानियां के यदि अब ध्यान में रखते हैं तो अनजाने में होने वाले नुकसान से बच सकते हैं।
- 1. गर्भवती और स्तनपान करने वाली महिलाओं को गिलोय घनवटी का उपयोग चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए बिना किसी सलाह के यह उनके और उनके शिशु के लिए हानिकारक हो सकता है।
2. ऐसे व्यक्ति जो वर्तमान समय में किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है और उपचार ले रहे हैं उन्हें इसका सेवन डॉक्टर की सलाह के बाद करना चाहिए।
3. गिलोय घनवटी में उपस्थित किसी घटक सामग्री से एलर्जी अथवा किसी प्रकार की अन्य समस्या होने पर इसका सेवन न करें।
4. गिलोय घनवटी का उपयोग पैक पर दिए गए निर्देश अथवा चिकित्सक द्वारा बताए गए तरीकों से ही सेवन करें।
5. गिलोय घनवटी का उपयोग करने से पहले पैक पर दिए गए सभी महत्वपूर्ण निर्देशों को ध्यानपूर्वक पढ़े।
6. अन्य किसी भी दवाई अथवा सप्लीमेंट्स के साथ गिलोय घनवटी का उपयोग करने से पहले अपने हेल्थ एडवाइजर से सलाह जरूर लें।
गिलोय घनवटी गोली कब खानी चाहिए? गिलोय घनवटी सेवन विधि।
गिलोय घनवटी गोली कब लेनी चाहिए? किसी भी दवाई को लेने का एक सही समय और तरीका होता है तथा तभी यह आपके शरीर को पूर्ण से फायदा पहुंचती है।
ठीक उसी प्रकार से गिलोय घनवटी को भी लेने का एक सही समय और तरीका है तो आईए जानते हैं कि गिलोय घनवटी का सेवन कैसे किया जाता है।
सेवन विधि: गिलोय घनवटी का लाभ लेने के लिए दो-दो गोली सुबह शाम भोजन के बाद गुनगुने जल के साथ सेवन करें।
ध्यान रखे: यदि आप गिलोय घनवटी का सेवन चिकित्सक की सलाह से कर रहे हैं तो उनके द्वारा बताए गए तरीके से ही सेवन करें।
पतंजलि गिलोय घनवटी की कीमत। Patanjali Giloy ghanvati price in Hindi
60 गोलियां वाले पतंजलि गिलोय घनवटी की कीमत ₹100 है जिसे आप किसी भी पतंजलि स्टोर आयुर्वेद मेडिकल स्टोर या फिर ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट से खरीद सकते हैं।
क्या गिलोय किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है?
कई लोगों के मन में यह प्रश्न होता है कि क्या गिलोय के सेवन से किडनी को नुकसान पहुंचता है चिकित्सा जगत में उपलब्ध जानकारी के अनुसार गिलोय किसी भी प्रकार से किडनी को नुकसान नहीं पहुंचता है इसके वजह यह है किडनी संबंधित रोगों के उपचार में मदद का कार्य करता है।
क्या गिलोय से लीवर खराब होता है?
कई लोगों में यह गलत जानकारी होती है की गिलोय के सेवन से लिवर खराब होता है तो हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि चिकित्सा जगत में मौजूद जानकारी के अनुसार यह लीवर को किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचता है।
क्योंकि गिलोय शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है और संक्रमण से लड़ने में मदद करता है तथा यह लीवर में होने वाले संक्रमण के खतरे को कम करता है।
गिलोय कितने दिन लेना चाहिए?
गिलोय एक आयुर्वेदिक औषधि है जो अपना असर धीरे-धीरे और प्रभावी पूर्ण तरीके से असर करती है तथा इसके बेहतर परिणाम पाने के लिए गिलोय का सेवन कम से कम 2 से 3 महीना तक करना चाहिए।
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