हिंग्वाष्टक चूर्ण के फायदे और नुकसान। डाबर हिंग्वाष्टक चूर्ण के फायदे। हिंग्वाष्टक चूर्ण खाने की विधि। पतंजलि हिंग्वाष्टक चूर्ण के फायदे। हिंग्वाष्टक चूर्ण के नुकसान
हिंग्वाष्टक चूर्ण के फायदे और नुकसान: पेट से संबंधित समस्याओं के लिए आयुर्वेद चिकित्सा में विभिन्न प्रकार की दवाई उपलब्ध है जिन्हें चिकित्सक की सलाह से लिया जा सकता है।
तथा इस लेख में हम ऐसे ही एक आयुर्वेदिक दवाई हिंग्वाष्टक चूर्ण के फायदे और नुकसान के बारे में जानेंगे साथ ही साथ इसका उपयोग कैसे किया जाता है। और इसके इस्तेमाल के दोनों को कौन-कौन सी सावधानियां रखनी चाहिए इसके बारे में भी हम इस लेख में जानेंगे।
यह भी पढ़े
- न्यूट्रीगेन पाउडर के फायदे,नुकसान।
- न्यूट्रीलाइफ पाउडर के 11 फ़ायदे और नुक्सान।
- इकोप्रोट पाउडर के फायदे।
विषय सूची
हिंगवाष्टक क्या है? Hingwashtak Churna in Hindi
हिंग्वाष्टक चूर्ण क्या काम करता है? हिंगवाष्टक चूर्ण आयुर्वेद चिकित्सा में एक जानी-मानी दवाई है जिसका उपयोग पेट से संबंधित समस्याओं के उपचार के लिए किया जाता है। हिंग्वाष्टक चूर्ण विभिन्न प्रकार की आयुर्वेदिक दवाई कंपनी बनाती है हिंग्वाष्टक चूर्ण का उपयोग कब जैसी समस्याओं के लिए किया जाता है इसके अलावा इसके और भी अन्य उपयोग है जिसके बारे मैं हम आगे विस्तार से जानेंगे।
हिंग्वाष्टक चूर्ण के फायदे। Hingwashtak Churna benefits in Hindi
1. मल त्याग करने की समस्या मैं लाभकारी: हिंग्वाष्टक चूर्ण का उपयोग मल त्याग करने में होने वाली समस्या के लिए भी किया जाता है इसके उपयोग से मल त्याग करने के दौरान होने वाली समस्याओं में लाभ मिलता है।
2. पेट फूलने की समस्या मैं फायदेमंद: हिंग्वाष्टक चूर्ण में मुख्य घटक के रूप में हींग, अजवाइन और जीरा शामिल है जो कि पेट फूलने जैसी समस्याओं के उपचार में बेहद कारगर होती है तथा हिंग्वाष्टक चूर्ण के उपयोग से पेट फूलने जैसी समस्याएं दूर होती हैं।
3. अपच और कब्ज मैं फायदेमंद: हिंग्वाष्टक चूर्ण अपच और कब्ज जैसी स्थितियों के उपचार के लिए बेहद फायदेमंद आयुर्वेदिक दवाई है हिंग्वाष्टक चूर्ण में पाचन गुण होते हैं। जो भोजन को पचाने में मदद करते हैं और कब्ज जैसी समस्या को दूर करते हैं।
4. भूख बढ़ाने मैं मदद करे: हिंग्वाष्टक चूर्ण में पाचन गुण होते हैं जो भोजन को पचाने में मदद करते हैं और गैस व पेट फूलने जैसी समस्याओं को दूर करते हैं तथा यह संपूर्ण पाचन स्वास्थ्य को ठीक कर भूख बढ़ाने में मदद कर सकता है।
5. पेट दर्द मैं लाभकारी: पेट दर्द का एक मुख्य कारण होता है वात का असंतुलन ही सकता है तथा हिंग्वाष्टक चूर्ण मैं वात को संतुलित करने के गुण होते हैं जो पेट दर्द को नियंत्रित करने मैं मदद कर सकता है।
6. गठिया रोग मैं लाभकारी: हिंग्वाष्टक चूर्ण का उपयोग गठिया रोग में भी किया जाता है यह गठिया रोग से जुड़े लक्षण जोड़ों में दर्द और सूजन को प्रतिबंधित करने के लिए उपयोग की जाने वाली एक फायदेमंद आयुर्वेदिक दवाई है।
यह भी पढ़े
- वातारि चूर्ण के यह 7 फायदे और नुकसान।
- 9 अचूक सफ़ेद दाग की दवां पतंजलि।
- बिल्वादि चूर्ण के फायदे नुकसान सेवन विधि।
हिंग्वाष्टक चूर्ण के नुकसान। Hingwashtak churna side effects in hindi
हिंग्वाष्टक चूर्ण के साइड इफेक्ट्स क्या है? हिंग्वाष्टक चूर्ण एक आयुर्वेदिक दवाई है तथा यही कारण है कि इसके दुष्प्रभावों के बारे में चिकित्सा जगत में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है अथवा अज्ञात है।
लेकिन कुछ स्थितियों में इसके दुष्प्रभाव देखने को मिल सकते हैं तो आईए जानते हैं कि हिंग्वाष्टक चूर्ण के क्या नुकसान होते हैं।
- निर्धारित मात्रा से अधिक और गलत तरीके से हिंग्वाष्टक चूर्ण का सेवन किए जाने पर इसके दुष्प्रभाव शरीर पर देखने को मिल सकते हैं।
- शराब पीने के बाद यदि कोई व्यक्ति हिंग्वाष्टक चूर्ण का सेवन करता है तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं। क्योंकि यह शराब के साथ मिश्रित होकर बॉडी पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है।
- ऐसे व्यक्ति जो किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है और वह बिना अपने डॉक्टर की सलाह के हिंग्वाष्टक चूर्ण का सेवन करते हैं तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं।
- हिंग्वाष्टक चूर्ण में उपस्थित किसी घटक सामग्री से एलर्जी होने के बावजूद भी यदि इसका उपयोग किया जाता है तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं।
- एक्सपायर हो चुके हिंग्वाष्टक चूर्ण का सेवन किए जाने पर भी इसके दुष्प्रभाव होने के खतरे बढ़ सकते हैं।
हिंग्वाष्टक चूर्ण के इस्तेमाल के दौरान यदि किसी भी प्रकार के दुष्प्रभाव का अनुभव करते है तो इसका सेवन बंद कर दें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
हिंग्वाष्टक चूर्ण के दुष्प्रभाव से जुड़े यदि आपके कुछ व्यक्तिगत अनुभव या जानकारी है तो कमेंट के माध्यम से हमारे साथ जरूर शेयर करें यह हमारे और हमारे पाठको के लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी होगी।
यह भी पढ़े
- हिमालय कॉन्फिडो टैबलेट के फायदे नुकसान।
- हिमालया स्पेमैन टैबलेट के फायदे नुक्सान।
- गाइनेप्लेक्स सिरप के फायदे नुकसान।
हिंग्वाष्टक चूर्ण से सम्बन्धित सावधानी। Hingwashtak churna related precautions & warnings in Hindi
हिंगवाष्टक चूर्ण सुरक्षित है? हिंग्वाष्टक चूर्ण का सेवन करने से पहले कुछ सावधानियां है जिन्हे ध्यान मैं रखना बेहद जरूरी है इन महत्वपूर्ण बातों को यदि आप ध्यान में रखते हैं तो अनजाने मैं होने वाली कई प्रकार की हानियों से बच सकते हैं।
- गर्भवती महिलाओं को हिंग्वाष्टक चूर्ण का सेवन चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
- ऐसे लोग जो वर्तमान समय मैं किसी गंभीर रोग से पीड़ित है और उपचार ले रहे है उन्हे इसका सेवन चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
- हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के मरीजों को इसका सेवन अपने चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
- ऐसी महिलाएं जो की हाल ही मे मां बनी है और अपने शिशु को स्तनपान कराती है उन्हें इसका सेवन डॉक्टर की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
- हिंग्वाष्टक चूर्ण मैं मोजूद किसी घटक सामग्री से एलर्जी अथवा किसी प्रकार की समस्या होने पर इसका उपयोग ना करे।
- अन्य किसी भी दवाई अथवा सप्लीमेंट्स के साथ इसका उपयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
- हिंग्वाष्टक चूर्ण का सेवन पैक पर दिए निर्देश अथवा चिकित्सक द्वारा बताए गए तरीकों से ही सेवन करें।
- हिंग्वाष्टक चूर्ण का उपयोग करने से पहले पैक पर दिए गए सभी महत्वपूर्ण निर्देशों को ध्यानपूर्वक पढ़ें।
- हिंग्वाष्टक चूर्ण का सेवन करने से पहले अपनी वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति का आकलन करें।
- सर्जरी या ऑपरेशन जैसी स्थितियों मैं इसका सेवन करने के पूर्व डॉक्टर की सलाह आवश्यक है।
ALSO READ
- पेट दर्द के लिए टेबलेट। Pet dard ke liye tablet in Hindi
- चरक Addyzoa कैप्सूल के फ़ायदे नुकसान उपयोग। Addyzoa Tablet Uses in Hindi
- टाइटन प्लस कैप्सूल के फायदे और नुकसान।Titan Tablet Uses in Hindi
हिंग्वाष्टक चूर्ण खाने की विधि। Hingwashtak churna How use & Dosage in Hindi
हिंग्वाष्टक चूर्ण का सेवन कैसे करें? हिंग्वाष्टक चूर्ण लेने का तरीका क्या है। किसी दवाई को लेने का एक सही समय और तरीका होता है तथा तभी यह आपके शरीर को पूर्ण रूप से फायदा पहुंचती है।
ठीक उसी प्रकार से हिंग्वाष्टक चूर्ण को भी लेने का तरीका होता है तो आईए जानते हैं कि हिंग्वाष्टक चूर्ण का सेवन कैसे किया जाता है।
हिंगवाष्टक चूर्ण कब लेना चाहिए : हिंग्वाष्टक चूर्ण का लाभ लेने के लिए 2 से 6 ग्राम हिंग्वाष्टक चूर्ण (आधा से एक चम्मच ) को, दिन में दो बार गुनगुने पानी के साथ भोजन के बाद या चिकित्सक के निर्देशानुसार सेवन करें ।
यह भी पढ़े
- बैद्यनाथ वीटा एक्स गोल्ड प्लस के फायदे व नुकसान।
- एलिमेंट्स वेलनेस फेयरनेस क्रीम के फ़ायदे नुकसान उपयोग।
- वाई नॉट क्रीम 12 के फ़ायदे नुकसान उपयोग।
हिंगवाष्टक चूर्ण घटक सामग्री। Hingwashtak Churna ingredients in Hindi
हिंगवाष्टक चूर्ण मुख्य सामग्री:
- हींग
- काली मिर्च
- अदरक
- जीरा
- अजवाइन
- कलौंजी
- पिप्पली
- हिमालयन नमक
हिंगवाष्टक चूर्ण की कीमत। Hingwashtak churna Price
हिंगवाष्टक चूर्ण का निर्माण विभिन्न प्रकार की आयुर्वेदिक दवाई कंपनी करती है तथा जिसकी कीमत 100 रुपए से लेकर 200 रुपए तक हो सकती है जिसे आप किसी भी आयुर्वैदिक मेडिकल स्टोर या ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट से खरीद सकते हैं।
- हड्डियों से लेकर बाल तक ,जानिए किशमिश खाने के अनसुने और अध्भुत्त फायदे। - September 27, 2024
- अदिति राव के पहले पति और सिद्धार्थ की पूर्व पत्नी: पूरी कहानी - September 16, 2024
- महिलाओं के बेस्ट के लिए। शतावारी टैबलेट के 5 फायदे। Shatavari tablet uses in hindi - September 16, 2024