मुंह के छाले की पतंजलि की दवा 60 मिनट मैं दिखाएं असर। Muh me chale ki Patanjali dawa

मुंह के छाले की पतंजलि की दवा। नीला थोथा पतंजलि Price। मुंह के छाले की एलोपैथिक दवा। मुंह के छाले की होम्योपैथिक दवा। मुंह के छाले की आयुर्वेदिक दवा। मुंह के छाले की टेबलेट


मुंह में छाले की समस्या लोगों में होने वाली कम समस्या है छाले होने का मुख्य कारण पेट की खराबी जैसे कि अपच गैस या एसिडिटी हो सकती है लंबे समय तक मुंह में छाले की समस्या आपकी खराब पाचन और खान-पान का नतीजा हो सकता है।

तथा इस लेख मैं मुंह के छाले की पतंजलि की दवा के बारे मैं जानेंगे साथी साथ इन दावों का उपयोग कैसे किया जाता है तथा इन दावों के इस्तेमाल के दौरान हमें कौन-कौन सी सावधानियां रखनी चाहिए तथा चले के लिए बाबा रामदेव के घरेलू नुस्खे के बारे में भी हमें लेख में जानेंगे।

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मुंह के छाले की पतंजलि की दवा

पतंजलि आयुर्वेद भारत की एक जानी-मानी आयुर्वेदिक औषधि कंपनी है जिसके ब्रांड एंबेसडर योग गुरु बाबा रामदेव जी हैं तथा वह विभिन्न प्रकार के रोगों के लिए दवाइयां और योग बताते रहते हैं तथा उनके द्वारा बताई गई छाले की दवाई के बारे में हम जानेंगे।

1. मुंह में छाले होने का मुख्य कारण पेट की खराबी हो सकता है तथा छाले ठीक करने के लिए एलोवेरा जूस, व्हीट ग्रास जूस, और लौकी का जूस इन तीनों को मिलाकर पीने से पेट संबंधित समस्या दूर होती है और मुंह का छाला ठीक होता है।

2. मुंह में छाले होने का एक मुख्य कारण होता है पेट में एसिड की मात्रा का बढ़ना जिसके कारण हमें एसिडिटी की भी समस्या हो सकती है तथा मुंह में होने वाले छालों से राहत पाने और पेट की एसिडिटी को खत्म करने के लिए 100 ग्राम अविपत्तिकर चूर्ण में 10 ग्राम मुक्तासुक्ति भस्म और 4 ग्राम मुक्ता पिष्टी भस्म को मिलाकर आधा चम्मच सुबह शाम खाली पेट भोजन के पहले सेवन करे।

3.टंकण भस्म जिसे सुहागा या बोरेक पाउडर भी कहा जाता है यह भी मुंह के छालों के लिए पतंजलि की बहुत अच्छी आयुर्वेदिक औषधि है जो की पाउडर के रूप में आती है मुंह के छालों में इसका लाभ लेने के लिए चुटकी भर लेकर इसे छालों पर लगाकर छोड़ दें तथा मुंह से निकलने वाले लार अथवा पानी को बाहर गिरने दे। दिन मैं एक बार यह प्रक्रिया तीन दिनों तक दोहराएं।

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मुंह के छाले की आयुर्वेदिक दवा

4. बाबा रामदेव जी अक्सर अपने इंटरव्यूज और योग शो में मुंह के छालों के उपचार के लिए नीला थोथा का जिक्र करते है जो मुंह के छालों के लिए बहुत अच्छा माना जाता है मुंह के छालों के लिए इसका उपयोग करने के लिए इसका पाउडर बना ले और इसे गर्म आंच में भून करके ठंडा करे और छालों पर लगा ले और मुंह से निकलने वाले लारा अथवा पानी को बाहर निकले दे ध्यान रहे कि इसे अंदर ना निगले।


पतंजलि मुंह के छालों की दवा के नुक्सान , दुष्प्रभाव साइड इफेक्ट्स । Patanjali medicine for mouth ulcers side effects in hindi

मुंह के छालों के लिए उपयोग की जाने वाली पतंजलि दवाये पूर्णतः आयुर्वेदिक हैं तथा यही कारण हैं की इसके दुष्प्रभावों के बारे मैं चिकित्सा जगत मैं कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है अथवा अज्ञात हैं। 

लेकिन कुछ स्थितियों में इन दवाओं के दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं तो आईए जानते हैं कि पतंजलि में मुंह के छालों की दवा के क्या नुकसान हो सकते हैं।

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  • निर्धारित मात्रा से अधिक और गलत तरीके से मुंह के छालों लिए पतंजलि की दवा का सेवन किया जाता है तो ऐसी स्थिति में इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं।
  • शराब पीने के बाद यदि कोई व्यक्ति इन दवाओं का उपयोग करता है तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं क्योंकि यह शराब के साथ मिश्रित होकर शरीर पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है।
  • ऐसे व्यक्ति जो किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है और बिना अपने चिकित्सक की सलाह के मुंह के छालों के लिए पतंजलि की दवाओं का सेवन करते हैं तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव होने के मौके बन सकते हैं।
  • मुंह के छालों के लिए उपयोग की जाने वाली पतंजलि दवाओं मैं उपस्थित किसी घटक सामग्री से एलर्जी होने के बावजूद भी यदि इसका सेवन किया जाता है तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं।
  • एक्सपायर हो चुके दवाओं का सेवन किए जाने पर भी इसके दुष्प्रभाव शरीर पर देखने को मिल सकते हैं। अथवा उपयोग से पहले पैक पर एक्सपायरी डेट अवश्य चेक करें।

मुंह के छालों के लिए पतंजलि दवाओं के इस्तेमाल के दौरान किसी भी प्रकार के दुष्प्रभावों का अनुभव होने पर इसका सेवन बंद कर दे और तुरंत चिकित्सक से संपर्क करे। 

मुंह के छालों के लिए उपयोग की जाने वाली पतंजलि दवाओं के दुष्प्रभावों से जुड़े यदि आपके कुछ व्यक्तिगत अनुभव या जानकारी है तो कमेंट के माध्यम से हमारे साथ जरूर शेयर करें यह हमारे और हमारे पाठकों के लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी होगी।


पतंजलि मुंह के छालों की दवा से संबंधित सावधानी। Patanjali medicine for mouth ulcers  warnings & precautions in hindi

मुंह के छालों के लिए पतंजलि दवाओं का उपयोग करने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जिन्हें ध्यान में रखना बेहद जरूरी है इन सावधानियां को यदि आप ध्यान में रखते हैं तो अनजाने में होने वाली कई प्रकार के नुक़सान से बच सकते हैं।

  • गर्भवती महिलाओं को इन दवाओं का सेवन चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
  • ऐसे व्यक्ति जो वर्तमान समय में किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है और उपचार ले रहे हैं उन्हें इन दवाओं का सेवन अपने चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
  • हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के मरीजों को इसका सेवन अपने चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
  • ऐसी महिलाएं जो की हाल ही में मां बनी है और अपने शिशु को स्तनपान कराते हैं उन्हें मुंह के छालों के लिए पतंजलि की दवाओं सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
  • मुंह के छालों के लिए पतंजलि की दवाओं मैं उपस्थित घटक सामग्री से किसी भी प्रकार की एलर्जी अथवा समस्या होने पर इसका का सेवन न करें।
  • मुंह के छालों के लिए पतंजलि की दवाओं का सेवन पैक पर दिए गए निर्देश अथवा चिकित्सक द्वारा बताए गए तरीकों से ही सेवन करें।
  • अन्य किसी भी दवाई अथवा सप्लीमेंट्स के साथ मुंह के छालों के लिए पतंजलि की दवाओं का सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।
  • मुंह के छालों के लिए पतंजलि की दवाओं का सेवन करने से पहले अपनी वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति पर अच्छे से समीक्षा करें।
  • मुंह के छालों के लिए पतंजलि की दवाओं का सेवन करने से पहले पैक पर दिए गए सभी महत्वपूर्ण निर्देशों को ध्यानपूर्वक पड़े।

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मुंह के छाले की एलोपैथिक दवा।

मुंह के छाले की टेबलेट क्या है? मुंह के छालों के लिए एलोपैथिक दवाई में ओरासोर माउथ अल्सर टैबलेट का सेवन किया जाता है इसमें राइबोफ्लेविन, फोलिक एसिड, नियासिनमाइड और लैक्टिक एसिड बैसिलस का संयोजन शामिल हैं यह मुंह के छालों में होने वाले लक्षणों को कम करने का कार्य करती है।

नोट: मुंह के छालों के लिए ओरासोर माउथ अल्सर टैबलेट का सेवन डॉक्टर की सलाह से करे।

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मुंह के छाले की होम्योपैथिक दवा।

होम्योपैथी भारत की एक जानी-मानी और पुरानी चिकित्सा पद्धति है जिसमें सभी प्रकार के रोगों के लिए उपचार और दवाइयां मौजूद हैं सब बात करें मुंह में छाले के लिए होम्योपैथिक दावों के बारे में तो यह कुछ इस प्रकार है आर्सेनिकम एल्बम, मर्क्यूरियस कोरोसिवस,मर्क्यूरियस सोलूबिलिस, बोरेक्स वेनेटा।

नोट: मुंह के छालों के लिए होम्योपैथिक दवाओ का सेवन डॉक्टर की सलाह से करे।

मुंह के छाले की पतंजलि की दवा

FAQ: मुंह के छाले की पतंजलि की दवा।

Q: मुंह में छाले होने की सबसे अच्छी दवा कौन सी है?

Ans: मुंह के छालों के लिए आर्युवेद मैं सुहागा,नीला थोथा इसके उपयोग से पुराने से पुराने छाले ठीक किए जा सकते जाते है।

Q:छाले मिटाने के लिए क्या खाना चाहिए?

Ans: छाले मिटाने के लिए अमरूद के पत्ते खाली पेट खाना चाहिए।

Q:मुंह के छालों को तुरंत कैसे ठीक करें?

Ans: मुंह के छालों को तुरंत ठीक करने के लिए नीला थोथा का प्रयोग करे।

Q:मुंह में छाले होने पर कौन सी दवाई खाएं?

Ans: मुंह में छाले होने पर पर ओरसोर टैबलेट या आर्सेनिकम एल्बम दवाई खाना चाहिए या फिर चिकित्सक को सलाह ले।

Bablu Bhengra
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