बढ़ की दधी  के फायदे। Badh ki dadhi ke fayde benefits in Hindi 

बढ़ की दधी  के फायदे। Badh ki dadhi ke fayde benefits in Hindi 

बढ़ (बरगद ) की दधी एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसे बरगद घाध भी कहा जाता है इसका जिसका उपयोग कई स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता है। इसमें कई औषधीय गुण होते हैं, जिनमें शामिल हैं:

1.दांतों के स्वास्थ्य में सुधार: बढ़ की दधी में प्राकृतिक एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो दांतों और मसूड़ों मैं होने वाले संक्रमण से बचाने में मदद करते हैं। यह दांतों को मजबूत और चमकदार बनाने में भी मदद प्रदान कर सकता है।

2.गले के संक्रमण का इलाज: बढ़ की दधी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण उपस्थित होते हैं जो गले में खराश और अन्य गले के संक्रमण का इलाज करने में मदद कर सकते हैं।

3.जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करे: बरगद की दधी को आर्युवेद मैं वेदनस्थापक और सोथहर कहा गया है जो जोड़ा मैं होने दर्द और सूजन को कम करने मैं बहुत फायदेमंद मानी जाती है।

4. पेट के स्वास्थ्य में सुधार: बढ़ की दधी में एंटी-कैंसर गुण होते हैं जो पेट के कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं। यह पाचन में सुधार करने और कब्ज को दूर करने में भी मदद कर सकता है।

5.त्वचा के स्वास्थ्य में सुधार: बढ़ की दधी में एंटी-एजिंग गुण होते हैं जो त्वचा को जवान और स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं। यह मुंहासे और अन्य त्वचा संबंधित बीमारी और समस्याओं जैसे की दाद, खुजली, जलन का इलाज करने में भी मदद कर सकता है।

6. शीघ्रपतन की समस्या मैं लाभ दिलाए: बरगद की दाढ़ी पुरषों मैं होने वाले शीघ्रपतन की समस्या मैं मैं भी बहुत लाभदायक होता है। बेहतर परिणाम पाने के लिए इसका सेवन धागे वाली मिश्री के साथ करे।

7. घाव और चोट के लिए भी उपयोगी: पुराने घाव और चोट के लिए बरगद की दधी उपयोगी होती है यह चोट मैं रक्त के प्रवाह को रोकने मैं सहायता करती है और घाव को सुखाने मैं भी मदद करती है।

8.फंगल इंफेक्शन को रोकने मैं मदद करे: अक्सर पैर की उंगलियों के बीच फंगल इंफेक्शन की समस्या हो जाती है जो गीलेपन की वजह से हो सकता है तथा फंगल इंफेक्शन इलाज के लिए भी इसका उपयोग किया जा सकता है।

9. छालों को दूर करे: मुंह मैं होने वाले छालों की वजह से बहुत समस्या होती है खासकर खाना खाने के समय तथा छालों के उपचार के लिए भी इसका उपयोग किया जाता है।


बढ़ की दधी  के अन्य फायदे। Badh ki dadhi uses in Hindi 

  • बढ़ की दधी  का उपयोग घावों को भरने और चोटों से ठीक होने में मदद करने के लिए भी किया जा सकता है।
  • यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में भी मदद कर सकता है।

बढ़ की दधी  का उपयोग कैसे करें। how to use Badh ki dadhi in Hindi 

बढ़ की दधी  का उपयोग कई तरीकों से किया जा सकता है, जिनमें शामिल हैं:

  • चाय: बढ़ की दधी की चाय बनाकर पी सकते हैं। इसके लिए 1 कप पानी में 1 चम्मच बढ़ की दधी को उबाल लें और फिर छान लें।

बढ़ की दधी के नुकसान, साइड इफेक्ट्स, दुष्प्रभाव ।Badh ki dadhi side effects in Hindi 

बढ़ की दधी का सेवन आमतौर पर सुरक्षित होता है, लेकिन कुछ लोगों को इसके कुछ दुष्प्रभाव हो सकते हैं, जैसे:

  • दस्त
  • पेट में ऐंठन
  • सिरदर्द
  • उल्टी

इसके अलावा कुछ अन्य स्थितियों में भी बढ़ की दधी साइड के इफेक्ट्स शरीर पर हो सकते हैं तो आईए जानते हैं कि बढ़ की दधी के क्या नुकसान हो सकते हैं।

  • निर्धारित मात्रा से अधिक और गलत तरीके से बढ़ की दधी का सेवन किया जाता है तो ऐसी स्थिति में इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं।
  • शराब पीने के बाद यदि कोई व्यक्ति बढ़ की दधी का उपयोग करता है तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं क्योंकि यह शराब के साथ मिश्रित होकर शरीर पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है।
  • ऐसे व्यक्ति जो की किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है और बिना अपने चिकित्सक की सलाह के बढ़ की दधी का सेवन करते हैं तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव होने के मौके बन सकते हैं।
  • बढ़ की दधी से एलर्जी होने के बावजूद भी यदि इसका सेवन किया जाता है तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं।
  • बढ़ की दधी के दुष्प्रभावों से जुड़े यदि आपके कुछ व्यक्तिगत अनुभव या जानकारी है तो कमेंट के माध्यम से हमारे साथ जरूर शेयर करें यह हमारे और हमारे पाठकों के लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी होगी।

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बढ़ की दधी से संबंधित सावधानी। Patanjali apple vinegar warnings & precautions in hindi

बढ़ की दधी का उपयोग करने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जिन्हें ध्यान में रखना बेहद जरूरी है। इन सावधानियां को यदि आप ध्यान में रखते हैं तो अनजाने में होने वाली कई प्रकार के नुक़सान से बच सकते हैं।

  • गर्भवती महिलाओं को बढ़ की दधी का सेवन चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
  • ऐसे व्यक्ति जो वर्तमान समय में किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है और उपचार ले रहे हैं उन्हें बढ़ की दधी का सेवन अपने चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
  • हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के मरीजों को इसका सेवन अपने चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
  • ऐसी महिलाएं जो की हाल ही में मां बनी है और अपने शिशु को स्तनपान कराते हैं उन्हें इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
  • बढ़ की दधी से किसी भी प्रकार की एलर्जी अथवा समस्या होने पर इसका का सेवन न करें।
  • अन्य किसी भी दवाई अथवा सप्लीमेंट्स के साथ बढ़ की दधी का सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।
  • बढ़ की दधी का सेवन करने से पहले अपनी वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति पर अच्छे से समीक्षा करें।

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बढ़ की दधी के लिए कुछ नुस्खे। Badh ki dadhi ke gharelu nuskhe hindi

  • दांतों के स्वास्थ्य के लिए: बढ़ की दधी  को पीसकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को अपने दांतों और मसूड़ों पर लगाएं और कुछ मिनट के लिए छोड़ दें। फिर, अपने दांतों को ब्रश करें।
  • गले के संक्रमण के लिए: बढ़ की दधी को उबाल लें और फिर इसे ठंडा होने दें। इस पानी से गरारे करें।
  • पेट के स्वास्थ्य के लिए: बढ़ की दधी  को पीसकर पाउडर बना लें। इस पाउडर को 1 गिलास पानी में मिलाकर दिन में दो बार पिएं।
  • त्वचा के स्वास्थ्य के लिए: बढ़ की दधी को उबाल लें और फिर इस पानी से चेहरे को धोएं।
  • घाव को सुखाने और खून को रोकने के लिए बढ़ की दधी को घाव पर लगाए।

Bablu Bhengra
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