दिव्य मेधा वटी के फायदे व नुकसान। Patanjali Divya medha vati uses in hindi

दिव्य मेधा वटी के फायदे व नुकसान। मेधा वटी कब खाना चाहिए। मेधा वटी खाने का तरीका। मेधा वटी एक्स्ट्रा पावर के फायदे। मेधा वटी एक्स्ट्रा पावर के नुकसान। Medha Vati kitne din khana chahiye। divya medha vati uses in hindi


दिव्य मेधा वटी के फायदे व नुकसान: टेक्नोलॉजी से भरे इस दौर में जहां मानव दिमाग की जगह ai जैसी टेक्नोलॉजी लेती जा रही है। तथा ऐसे दौर में अपने दिमाग को तेज और सजग रखना बहुत ही जरूरी है। लेकिन गलत खानपान और जीवन शैली के कारण हमारे दिमाग की सोचने समझने की क्षमता दिनों–दिन कम होती जा रही है।

तथा बढ़ती उम्र के साथ हमारे मस्तिष्क की कार्य क्षमता भी कम होती जाती है जिसके कारण कमजोर याददाश्त मेमोरी लॉस जैसी समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं। आयुर्वेद चिकित्सा में विभिन्न प्रकार की जड़ी बूटियों और दवाइयां मौजूद हैं जिनका उपयोग करके दिमाग को तेज और शार्प बनाया जा सकता है। 

तथा इस लेख में हम ऐसे ही एक आयुर्वेदिक दवाई दिव्य मेधा वटी के फायदे व नुकसान के बारे में जानेंगे तथा इसका उपयोग कैसे किया जाता है और इसके इस्तेमाल के दौरान आपको कौन-कौन सी सावधानियां रखनी चाहिए इसके बारे में अभी हम इस लेख में जानेंगे। 


दिव्य मेधा वटी क्या है। Divya medha vati in hindi

दिव्य मेधा वटी पतंजलि आयुर्वेद का ही एक उत्पाद है जिसका निर्माण पतंजलि की दिव्य फार्मेसी कंपनी द्वारा किया जाता है इसका उपयोग दिमाग से संबंधित रोगों के उपचार में मेमोरी लॉस ,सर दर्द, माइग्रेन और मिर्गी जैसे लोगों के उपचार के लिए किया जाता है। इसके अलावा इसके और भी अन्य उपयोग है जिसके बारे में हम आगे विस्तार थे इस लेख में जानेंगे। 

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मेधा वटी एक्स्ट्रा पावर के फायदे। Patanjali Divya Medha vati extra power benefits in hindi

मेधा वटी खाने से क्या लाभ होता है? मेधा वटी एक्स्ट्रा पॉवर टैबलेट एक आयुर्वेदिक दवाई है जिसे विभिन्न प्रकार के सक्रिय औषधियों से बनाया गया है। यह कई प्रकार से दिमाग को फायदा पहुंचाती है और मस्तिष्क से जुड़ी समस्याओं के उपचार में मदद भी करती है। तो आइए पतंजलि की दिव्य मेधा वटी एक्स्ट्रा पावर के फायदे के बारे में विस्तार से जानते हैं। 

1.सिर दर्द के लिए मेधा वटी एक्स्ट्रा पॉवर। Divya Medha vati extra Power for headache 

सर दर्द एक आम समस्या है जो विभिन्न कारणों से किसी को कभी भी हो सकता है सर दर्द के सामान्य कारणों में अत्यधिक चिंता और तनाव शामिल है। तथा मेधा वटी में मौजूद औषधीय मानसिक थकान और तनाव को दूर करती है और सर दर्द से राहत पाने में मदद करती हैं।

2. मेमोरी पॉवर बढ़ाए पतंजलि दिव्य मेधा वटी। Patanjali Divya Medha vati for memory power 

कमजोर याददाश्त अक्सर आपकी और हमारे लिए बड़ा ही कष्टदायक होता है हम अक्सर चीजों को रखकर भूल जाते हैं। और फिर बाद में न मिलने पर हमें बहुत परेशान होना पड़ता है यह कमजोर याददाश्त का एक प्रबल संकेत होता है। तथा पतंजलि मेधा वटी में अश्वगंधा शंखपुष्पी और ब्राह्मी जैसी बहुमूल्य औषधीय को सम्मिलित किया गया है जो मेमोरी पावर को बढ़ाने में मदद करती है और मेमोरी लॉस से बचाती है। 

3. अनिद्रा के लिए दिव्य मेधा वटी एक्स्ट्रा पॉवर। Divya Medha Vati Benefits for Insomani

वर्तमान समय मैं रात को नींद न आने की समस्या से बहुत लोग परेशान है जो एक गंभीर समस्या है रात में नींद ना आने की समस्या के कई कारण हो सकते हैं।  जिसमें सबसे सामान्य कारण मानसिक चिंता तनाव या किसी प्रकार की परेशानी हो सकती है। तथा पतंजलि दिव्य मेधा वटी में दिमाग को शांत करने वाले औषधीय शामिल हैं जो दिमाग में चल रहे विचारों को शांत कर नींद लाने में मदद करती है।

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4.पतंजलि दिव्य मेधा वटी गुस्से और चिड़चिड़ापन को ठीक करे। Divya Medha Vati extra Power for Irritable Temperament

छोटी छोटी बातो पर गुस्सा होना और चिड़ जाना यह दर्शाता है वह व्यक्ति किसी प्रकार के मानिक चिंता , तनाव या परेशानी मैं है। तथा दिव्य मेधा वटी मैं दिमाग को शांति देने वाले आयुर्वेदिक औषधियां मौजूद है गुस्से को शांत कर मोड को बेहतर बनाने में मदद करती है। 

5. डिप्रेशन के लिए फायदेमंद दिव्य मेधा वटी। Patanjali Medha vati for depression 

एक व्यक्ति के जीवन में विभिन्न प्रकार की परेशानी आ सकती है यह परेशानियां पारिवारिक, आर्थिक या किसी अन्य प्रकार की हो सकती हैं ऐसी स्थिति में कई लोग डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं। तथा पतंजलि की दिव्य मेधा वटी में अश्वगंधा ,मालकांगनी, शंखपुष्पी और ब्राह्मी जैसी सक्रिय औषधीय शामिल होती हैं जो डिप्रेशन जैसी स्थिति से लड़ने में मदद करती हैं।

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6. माइग्रेन के लिए पतंजलि मेधा वटी। Medha vati for migraine 

माइग्रेन एक बहुत बुरा सिर दर्द है जो सर के आधे हिस्से में होता है इसमें सर दर्द के साथ मलती ,उल्टी और प्रकाश और ध्वनि के साथ अति संवेदनशीलता जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं। तथा पतंजलि मेधा वटी माइग्रेन के लक्षणों को नियंत्रित करने और इसके उपचार में मदद कर सकती है। यह तंत्रिका तंत्र की कार्य क्षमता को बढ़ाती है और माइग्रेन के उपचार में मदद करती है। 


मेधा वटी एक्स्ट्रा पावर के नुकसान। Patanjali Divya Medha vati side effects in hindi

मेधा वटी का साइड इफेक्ट क्या है? पतंजलि दिव्य फार्मेसी की मेधा वटी एक्स्ट्रा पावर एक आयुर्वेदिक दवाई है तथा यही कारण है कि इसके दुष्प्रभाव के बारे में चिकित्सा जगत में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है अथवा ज्ञात है लेकिन कुछ स्थितियों में इसके दुष्प्रभाव हमें देखने को मिल सकते हैं। 

तो आईए जानते हैं कि पतंजलि मेधा वटी के क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। 

  • निर्धारित मात्रा से अधिक और गलत तरीके से पतंजलि मेधा वटी का सेवन किए जाने पर इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं।
  • शराब पीने के बाद यदि कोई व्यक्ति मेधा वटी का सेवन करता है तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव हो सकते हैं क्योंकि यह अल्कोहल के साथ मिश्रित होकर शरीर पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है।
  • ऐसे व्यक्ति जो किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है और बिना अपने चिकित्सक की सलाह के इसका सेवन करते हैं तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव हो सकते हैं।
  • पतंजलि मेधा वटी में उपस्थित किसी घटक सामग्री से एलर्जी होने के बावजूद भी यदि इसका सेवन किया जाता है तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं।
  • एक्सपायर हो चुके मेधा वटी का सेवन किए जाने पर भी इसके दुष्परिणाम देखने को मिल सकते हैं।

पतंजलि मेधा वटी के इस्तेमाल के दौरान किसी भी प्रकार के दुष्प्रभाव का अनुभव होने पर इसका सेवन बंद कर दे और तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।

पतंजलि दिव्य मेधा वटी के दुष्प्रभाव से जुड़े यदि आपके कुछ व्यक्तिगत अनुभव है जानकारी है तो कमेंट के माध्यम से हमारे साथ जरूर शेयर करें यह हमारे और हमारे पाठको के लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी होगी।


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मेधा वटी एक्स्ट्रा पावर से संबंधित सावधानियां। Patanjali Divya Medha vati related precaution and warnings in hindi

पतंजलि दिव्य मेधा वटी का सेवन करने के पूर्व को सावधानिया है जिन्हें ध्यान में रखना बेहद जरूरी होता है इन महत्वपूर्ण बातों को यदि आप ध्यान में रखते हैं तो अनजाने में होने वाले के प्रकार के हानियों से बच सकते हैं।

  • गर्भवती महिलाओं को पतंजलि मेधा वटी का सेवन नहीं करना चाहिए यह उनके और उनके शिशु के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
  • ऐसे व्यक्ति जो वर्तमान समय में किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है और उपचार ले रहे हैं उन्हें इसका सेवन चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
  • मेधा वटी में उपस्थित किसी घटक सामग्री से एलर्जी अथवा किसी प्रकार की समस्या होने पर इसका सेवन न करें।
  • हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के मरीजों को इसका सेवन डॉक्टर की सलाह के बाद करना चाहिए।
  • ऐसी महिलाएं जो की हाल ही में मां बनी है और अपने शिशु को स्तनपान कराती हैं उन्हें इसका सेवन डॉक्टर की सलाह के बात करनी चाहिए।
  • पतंजलि मेधा वटी का सेवन पैक पर दिए गए निर्देश अथवा चिकित्सक द्वारा बताए गए तरीकों से ही सेवन करें।
  • अन्य किसी भी दवाई अथवा सप्लीमेंट के साथ मेधा वटी का सेवन करने के पूर्व अपने चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।
  • पतंजलि मेधा वटी का उपयोग करने से पहले पाक पर दिए गए सभी महत्वपूर्ण निर्देशों को ध्यानपूर्वक पढ़ें।
  • मेधा वटी का उपयोग करने के पहले अपनी संपूर्ण स्वास्थ्य स्थिति पर अच्छे से समीक्षा करें।

दिव्य मेधा वटी एक्स्ट्रा पॉवर सेवन विधि। How to use Medha vati in hindi

मेधा वटी का सेवन कैसे करना चाहिए? मेधा वटी कब खाना चाहिए ? किसी भी दवाई को लेने का एक सही समय और तरीका होता है तथा तभी यह आपके शरीर को पूर्ण रूप से फायदा पहुंचती है ठीक उसी प्रकार से दिव्य मेधा वटी को भी लेने का एक सही समय और तरीका होता है।

तो आईए जानते हैं की मेधा वाटिका सेवन कैसे किया जाता है।

सेवन विधि: मेधा वटी का लाभ लेने के लिए दो-दो गोली सुबह शाम खाली पेट सामान्य जल अथवा गुनगुने दूध के साथ या चिकित्सक द्वारा बताए गए तरीके से सेवन करे।


मेधा वटी लेने का सबसे अच्छा समय क्या है?

मेधा वटी को लेने का सबसे अच्छा समय जल्दी सुबह खाली पेट तथा शाम को भोजन करने के 1 घंटे पहले होता है।

मेधा वटी कितने दिन तक खाना चाहिए?

दिव्य मेधा वटी एक आयुर्वेदिक दवाई है जिसका प्रभाव समय के साथ धीरे-धीरे होता है तथा इसके बेहतर परिणाम पाने के लिए इसका सेवन कम से कम 2 से 3 महीने तक करना चाहिए तथा यदि आप किसी विशिष्ट स्वास्थ्य स्थिति से गुजर रहे हैं तो इसका सेवन अपने चिकित्सक के द्वारा बताए गए तरीके और समय अवधि तक करें।


दिव्य मेधा वटी घटक सामग्री। Divya Medha Vati ingredients in Hindi

  • ब्राम्ही
  • शंखपुष्पी
  • सौंफ
  • गांजवा
  • अश्वगंधा
  • मालकांगनी
  • मुक्ता पिष्टी
  • प्रवाल पिष्टी
  • जहरमोहरा पिष्टी
  • सुगंधबाला
  • शतावार
  • घोडबच
  • बाल बच
  • पुष्करमूल
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