पतंजलि की दवाई पथरी के लिए।Patanjali kidney stone medicine hindi

भाग दौड़ भरी जिंदगी गलत खानपान और बदलती जीवनशैली के कारण आज कल लोगो मैं अनेकों प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं देखने को मिल रही है जिसमे एक है पथरी की समस्या बहुत आम लेकिन पीड़ादायक हो गई है।

पथरी होने के कारण और प्रकार अलग अलग होते है पथरी से पीड़ित व्यक्ति को पेट मैं असहनीय दर्द होता हैं तथा मूत्र मैं कभी कभी रक्त भी आता हैं।


पतंजलि की पथरी की दवा।patanjali medicine for kidney stone in hindi

तंजलि की पथरी की दवा कौन सी है? पतंजलि आयुर्वेद भारत की एक जानी मानी कम्पनी है जो स्वदेशी उत्पाद और आयुर्वेदिक दवाईयां बनाने के लिए लोकप्रिय है। तथा इस लेख मैं हम पथरी के उपचार के लिए इस्तेमाल की जाने वाली पतंजलि की दवाइयों के बारे मैं जानेंगे।

पथरी के उपचार हेतु पतंजलि की अलग अलग दवाईयां आती है तथा जिन्हे लेने का तरीका भी अलग अलग होता है।

1.पतंजलि वृकदोषर क्वाथ पथरी के उपचार हेतु

वृकदोषर क्वाथ दरदरे पाउडर के रूप मै आने वाली औषधि है जिसमे गोखुरू,पुनर्नवमूल, मकोय,पीपली जैसी औषधियां होती है जो की पथरी के उपचार हेतु बेहद उपयोगी ओर सहायक होती हैं जिसे नियमित रूप लेने की सलाह बाबा रामदेव टीवी पर देते हैं।

सेवन कैसे करें

वृकदोषहर क्वाथ मैं दिए गए निर्देश के अनुसार 5 से 10 ग्राम ( लगभग एक चम्मच) वृकदोषहर क्वाथ को 400 ml पानी मैं डाल कर पकाइए तथा 100 ml बचने पर छान कर खाली पेट सुबह शाम सेवन करे।

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2.पतंजलि अशमरिहर क्वाथ है पथरी मैं फायदेमंद

अशमरीहर क्वाथ वृकदोषर क्वाथ के साथ पथरी के उपचार के लिए ली जाने वाली दवाई है यह पथरी के उपचार मैं उपयोगी है इसमें भी गोखरू, पुनर्नवा जैसी औषधियां सम्मिलित होती है को की पथरी के उपचार मैं मदद करती है।

सेवन कैसे करे

अशमरिहर क्वाथ का सेवन इसमें दिए निर्देश अनुसार 5 से 10 ग्राम ( लगभग एक चम्मच) अशमरिहर क्वाथ को 400 ml पानी मैं डाल कर पकाइए तथा 100 ml बचने पर छान कर खाली पेट सुबह शाम सेवन करे।

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3.पतंजलि अशमरिहर रस पथरी मैं है उपयोगी

पतंजलि की दिव्य अशमरिहर रस यह भी पथरी के उपचार हेतु उपयोग की जाने वाली दवाई है जो की पथरी के लिए एक फायदेमंद दवाई है जिसे पतंजलि मैं कार्यरत चिकित्सक इसे इस्तेमाल करने की सलाह पथरी से पीड़ित मरीजों को देते हैं।

सेवन कैसे करे

अशमरीहर रस का सेवन 1 ग्राम ( लगभग एक चुटकी) सुबह शाम खाली पेट वृकदोषहर क्वाथ के साथ करे।

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4.गोक्षुरादि गुग्गुल

गोक्षुरादि गुग्गूल पतंजलि दिव्य फार्मेसी की दवाई जिसमे शुद्ध गुग्गुल,गोखरू,आंवला,बहेड़ा, जैसी चीजें सम्मिलित होती है जो की पथरी और मूत्र से संबंधित रोगों के उपचार मैं इस्तेमाल किया जाता है पथरी मैं इसका लाभ लेने के लिए 2 – 2 गोली भोजन के बाद सेवन करे।

5.चंद्रप्रभा वटी

चंद्रप्रभा वटी एक जानी मानी आयुर्वेदिक औषधि है जो की अनेकों प्रकार के रोगों मैं उपयोगी होती है तथा इसका इस्तेमाल भी पथरी की समस्या से निजात पाने के लिए किया जाता हैं।

सेवन कैसे करें

पथरी मैं लाभ लेने के लिए चंद्रप्रभा वटी का सेवन सुबह शाम भोजन के बाद 2–2 गोली सामान्य जल के साथ किया जाता हैं।

ध्यान रहे: पथरी एक गंभीर बीमारी है जिसका सही उपचार चिकित्सक की देखरेख मैं किया जाना बेहद जरूरी होता है। तथा कोई भी दवाई का सेवन करने से पहले चिकित्सक की सलाह जरूर लें।

नोट: बताई है सभी दवाइयों को सेवन करने की विधि उस पर दिए गए निर्देश के अनुसार बताई गई है अगर आप चिकित्सक की सलाह से इनमे से किसी दवाई का सेवन कर रहे है तो उनके द्वारा बताए गए तरीके से ही करे।

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पथरी होने के क्या कारण होते हैं।

पथरी कैसे होती है? या पथरी होने के क्या कारण होते हैं। पथरी अलग अलग कारणों से होता हैं तथा पथरी के प्रकार भी अलग होते है है।

तो आइए जानते है की पथरी किन कारणों से होता हैं।

1.शरीर मैं पानी की कमी भी एक मुख्य कारण है पथरी होने का । कम पानी पीने की वजह से भी पथरी की समस्या लोगो मैं देखने को मिलती हैं तथा काम पानी पीने वालों को पथरी होने का अधिक खतरा रहता है।

2. अत्याधिक मोटापा और चर्बी एक कारण है लोगो मैं पथरी होने का । बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल की मात्रा भी पथरी होने के करने मै से एक है ।

3.अधिक सोडियम और कैल्शियम वाले खाद्य पदार्थो के सेवन किए जाने पर भी पथरी होने का खतरा रहता हैं।

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4.काफी लंबे समय तक आयरन,कैल्शियम सप्लीमेंट का सेवन करने पर पथरी की समस्या होने का खतरा होता है।

5.मूत्र नली में बार बार संक्रमण या रुकावट पैदा होने के कारण से भी पथरी की समस्या होने के मौके रहते हैं।

6. शरीर मैं कैल्शियम और अमोनिया जेसे रासायनिक तत्वों का अधिक मात्रा मैं एकत्रित होना भी पथरी होने के खतरे को बढ़ा सकता हैं।

7.शरीर मैं निरंतर रूप से बढ़े हुए यूरिक एसिड की मात्रा के कारण भी पथरी रोग होने की संभावना होती हैं।

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पथरी कितने प्रकार की होती हैं।

पथरी के कारणों के बारे मैं तो जान लिया हमने लेकिन पथरी भी अलग अलग प्रकार की होती हैं। तो आइए जानते हैं।

1.कैल्शियम पथरी

यह लोगो मैं होने वाली सबसे आम और ज्यादा होने वाली पथरी है यह महिलाओ की तुलना मैं पुरषों मैं सबसे अधिक देखने को मिलती हैं। कैल्शियम पथरी होने के मुख्या कारक कैल्शियम, आक्सलेट,फास्फेट और कार्बोनेट जेसे पदार्थ होते हैं।

2.यूरिक एसिड पथरी

यूरिक एसिड पथरी यह शरीर मैं बढ़े यूरिक एसिड के स्तर के कारण से होता है एवम उच्च प्रोटीन वाले आहार का अधिक मात्रा में सेवन करने से भी होता हैं।

3.स्ट्रवाइट पथरी 

स्ट्रवाइट पथरी यह आमतौर पर महिलाओ मैं ज्यादा देखने को मिलता हैं स्ट्रवाइट पथरी होने का मुख्य कारण मूत्र नलिका या मूत्र मार्ग मैं संक्रमण होता हैं।

4.सिस्टीन पथरी

सिस्टीन पथरी एक बहुत कम लोगो मैं देखने को मिलता है कहा जाए तो यह एक दुर्लभ पथरी रोग हैं जो की सिस्टिनुरिया नामक रोग के कारण से होता हैं। 

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FAQ

Q: महिलाओं में गुर्दे की पथरी के लक्षण?

Ans: महिलाओ मैं गुर्दे की पथरी के लक्षण है बुखार आना,पसीना आना,पेशाब मे जलन और दुर्गन्ध, पेट मैं ऐंठन और दर्द, पेशाब करते समय दर्द।

Q: पतंजलि की पथरी की दवा कौन सी है?

Ans: पतंजलि आयुर्वेद मैं पथरी के उपचार के लिए वृकदोषहर क्वाथ, अशमरिहार क्वाथ, अशमरिहर रस, गोक्षुरादि गुग्गुल जैसी कई और भी दवाईयां आती है जिसे चिकित्सक के परामर्श के बाद लिया जा सकता है।

Q: केले से पथरी का इलाज?

Ans: पथरी मैं केला खाना फायदेमंद होता है केले मैं विटामिन बी 6 होता है जो की पथरी को बनने से रोकता हैं।

Q: पथरी की देशी दवा क्या हैं?

Ans: पथरी के लिए कई प्रकार की देसी दवा है जिसमे अनार का जूस, लेमन जूस, ऑलिव ऑयल,तरबूज ,राजमा , गेहूं ज्वारे का रस या पाउडर इस्तेमाल किया जाता हैं।

Q:पथरी की दवा जड़ी बूटी?

Ans: पथरी के उपचार के लिए गोखरू, मकोय, पुनर्नवा, बहेड़ा, शुद्ध गुग्गुल , अमलतास कुटकी जैसी जड़ी बूटियां इस्तेमाल की जाती हैं।

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