सबसे जोरदार 5 मांसपेशियों में दर्द की आयुर्वेदिक दवा। मांसपेशियों को मजबूत करने की आयुर्वेदिक दवा

मांसपेशियों में दर्द की आयुर्वेदिक दवा। मांसपेशियों में दर्द का रामबाण इलाज। मांसपेशियों को मजबूत करने की आयुर्वेदिक दवा। मांसपेशियों की मजबूती के लिए कौन सी आयुर्वेदिक दवा सबसे अच्छी है? मांसपेशियों में दर्द की सबसे अच्छी दवा कौन सी है? मांसपेशियों की मालिश के लिए कौन सा तेल अच्छा है?


मांसपेशियों में दर्द की आयुर्वेदिक दवा: मांसपेशियों का दर्द, जिसे मायल्गिया भी कहा जाता है, शरीर के किसी भी हिस्से में मांसपेशियों में दर्द या परेशानी का अनुभव होता है। यह दर्द हल्का या तेज हो सकता है, और यह कुछ घंटों से लेकर कई दिनों तक रह सकता है। मासपेशियों मैं दर्द के कई कारण हो सकते है जैसे चोट,संक्रमण, कमजोरी, अत्यधिक व्यायाम, चिकित्सा स्थिति।

आयुर्वेद चिकित्सा भारत की एक जानी-मानी और कारगर चिकित्सा पद्धति है तथा इस लेख में हम मांसपेशियों के दर्द में उपयोग की जाने वाली आयुर्वेदिक दवाओं के बारे में जानेंगे तथा इन दवाओ से जुड़े फायदे एवं इन दवाईयों के इस्तेमाल के दौरान आपको कौन-कौन सी सावधानियां रखनी चाहिए इसके बारे में हम इस लेख में जानेंगे।

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मांसपेशियों में दर्द की आयुर्वेदिक दवा। Ayurvedic Medicine for muscles pain

आयुर्वेदिक चिकित्सा मैं मांसपेशियों से जुड़े विभिन्न प्रकार की औषधियां और दवाइयां मोजूद है जिनका उपयोग करके लाभ लिया जा सकता है। तो आइए मांसपेशियों को मजबूत करने की आयुर्वेदिक दवा के बारे मैं जानते है।

1. महारास्नादि काढ़ा

आयुर्वेदिक चिकित्सा में दर्द संबंधित मामलों के उपचार के लिए महारास्नादि काढ़ा सबसे उपयोगी माना जाता है महारास्नादि काढ़ा का निर्माण अलग-अलग आयुर्वेदिक दवाई कंपनी करती हैं महारास्नादि काढ़ा के मुख्य घटकों में रासना,बला, देवदारू, सोंठ, हरितकी,  गोखरू नागररमोथा और पुनर्नवा जैसी कई और बहुमूल्य औषधीय को सम्मिलित किया जाता है।

यह मांसपेशियों से जुड़े दर्द के लिए बहुत उपयोगी माना जाता है। इसके अलावा यह जोड़ों के दर्द कमर दर्द और घुटने के दर्द जैसे मामलों में भी फायदेमंद होता है।

2. त्रयोदशांग गुग्गुलु

आयुर्वेद चिकित्सा में त्रयोदशांग गूगल एक जाना माना नाम है जो मांसपेशियों से संबंधित चिकित्सा में उपयोग किया जाता है त्रयोदशांग गुग्गुलु के उपयोग से मांसपेशियों में ऐंठन और दर्द जैसी स्थिति के उपचार में मदद मिलती है इसके अलावा यह है साइटिका ,मोच ,घुटनों के दर्द, कंधों के दर्द में भी लाभकारी होता है। 

त्रयोदशांग गुग्गुलु के मुख्य घटकों में अश्वगंधा ,शतावर ,गिलोय, गोखरू और गुग्गुलू जैसी सक्रिय औषधियां सम्मिलित की गई हैं।

3. महायोगराज गुग्गुलू

महायोगराज गुग्गुलू आयुर्वेद चिकित्सा की बहुत ही फायदेमंद दवाई है जिसका निर्माण अलग-अलग आयुर्वेदिक दवाई कंपनी करती है। इसके मुख्य घटकों लौह भ्रम, अभ्रक भस्म और रौप्य भस्म शामिल किया गया है जिसे शुद्ध गुग्गुलू के साथ मिलाकर बनाया गया है जिसके सेवन से वात रोग के कारण होने वाला जोड़ों का दर्द और मासपेशियों का दर्द एवं तंत्रिका संबंधित समस्यायों मैं लाभ मिलता है।

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4. योगराज गुग्गुलु 

योगराज गुग्गुलु आयुर्वेद चिकित्सा में दर्द संबंधित मामलों के उपचार के लिए उपयोग की जाने वाली एक बहुत ही फायदेमंद दवाई है जिसका निर्माण अलग-अलग आयुर्वेदिक औषधि कंपनी करती है इसके सेवन से जोड़ों के दर्द और मांसपेशियों के दर्द में आराम मिलता है इसके अलावा सूजन सुजान जैसी स्थितियों को कम करने में भी यह मदद करता है 

इसके मुख्य घटकों मैं चित्रकमूल, सोंठ, पीपलीमूल, अजवाइन, काला जीरा, वैविडंगा, अजमोद, श्वेत जीरा, देवदारु, चव्या, छोटी इलाइची के दाने, रसना और गोखरू जैसी कई और फायदेमंद औषधि शामिल है।

5. महामाष तेल

मांसपेशियों की मालिश के लिए कौन सा तेल अच्छा है? महामाष तेल विशेष तौर पर मासपेशियों के लिए उपयोग की जाने वाली एक फायदेमंद आयुर्वेदिक तेल है इसके उपयोग से मासपेशियों मैं होने वाला दर्द दूर होता है और मासपेशिया की कमजोरी दूर होती है। इसके अलावा यह जोड़ों के दर्द, अकड़न और बदन दर्द मैं भी लाभकारी होता है।

महामाष तेल के मुख्य घटक मैं अश्वगंधा, राशना, मंजिष्टा, दशमुल, पिप्प्ली शामिल होता है।

6. अश्वगंधा

आयुर्वेद चिकित्सा में अश्वगंधा एक जाना माना नाम है अश्वगंधा का उपयोग विभिन्न प्रकार के रोगों के इलाज के लिए किया जाता है तथा कोरोना महामारी के बाद अश्वगंधा लोगों में और भी ज्यादा प्रचलित हो गया है।

अश्वगंधा का उपयोग विभिन्न प्रकार के दर्द के इलाज में किया जाता है तथा मांसपेशियों में होने वाले दर्द के लिए भी अश्वगंधा बहुत लाभकारी माना जाता है यह मांसपेशियों को मजबूत बनाता है वह कमजोरी को दूर करता है।

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मांसपेशियों में दर्द की आयुर्वेदिक दवा के नुक्सान , दुष्प्रभाव साइड इफेक्ट्स ।

लेख मैं बताई गई  दवाये पूर्णतः आयुर्वेदिक हैं तथा यही कारण हैं की इसके दुष्प्रभावों के बारे मैं कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है अथवा अज्ञात हैं। 

लेकिन कुछ स्थितियों में इन दवाओं के दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं तो आईए जानते हैं कि इन दवाओं के क्या नुकसान हो सकते हैं।

  • निर्धारित मात्रा से अधिक और गलत तरीके से इन दवाओं का सेवन किया जाता है तो ऐसी स्थिति में इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं।
  • शराब पीने के बाद यदि कोई व्यक्ति इन दवाओं का उपयोग करता है तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं क्योंकि यह शराब के साथ मिश्रित होकर शरीर पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है।
  • ऐसे व्यक्ति जो की किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है और बिना अपने चिकित्सक की सलाह के इन दवाओं का सेवन करते हैं तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव होने के मौके बन सकते हैं।
  • इन दवाओं मैं उपस्थित किसी घटक सामग्री से एलर्जी होने के बावजूद भी यदि इसका सेवन किया जाता है तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं।
  • एक्सपायर हो चुके दवाओं का सेवन किए जाने पर भी इन दवाओ के दुष्प्रभाव शरीर पर देखने को मिल सकते हैं। अथवा उपयोग से पहले पाक पर एक्सपायरी डेट अवश्य चेक करें।

मांसपेशियों मैं दर्द के लिए बताई गई दवाओं के इस्तेमाल के दौरान किसी भी प्रकार के दुष्प्रभावों का अनुभव होने पर इसका सेवन बंद कर दे और तुरंत चिकित्सक से संपर्क करे। 

लेख मैं बताई गई आयुर्वेदिक दवाओं के दुष्प्रभावों से जुड़े यदि आपके कुछ व्यक्तिगत अनुभव या जानकारी है तो कमेंट के माध्यम से हमारे साथ जरूर शेयर करें यह हमारे और हमारे पाठकों के लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी होगी।

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मांसपेशियों में दर्द की आयुर्वेदिक दवा  से संबंधित सावधानी।

मांसपेशियों में दर्द की आयुर्वेदिक दवाओं का उपयोग करने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जिन्हें ध्यान में रखना बेहद जरूरी है इन सावधानियां को यदि आप ध्यान में रखते हैं तो अनजाने में होने वाली कई प्रकार के नुक़सान से बच सकते हैं।

  • गर्भवती महिलाओं को इन दवाओं का सेवन चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
  • ऐसे व्यक्ति जो वर्तमान समय में किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है और उपचार ले रहे हैं उन्हें इन दवाओं का सेवन अपने चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
  • हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के मरीजों को इन दवाइयों का सेवन अपने चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
  • बताई गई दवाओं मैं उपस्थित घटक सामग्री से किसी भी प्रकार की एलर्जी अथवा समस्या होने पर इसका का सेवन न करें।
  • इन दवाओं का सेवन पैक पर दिए गए निर्देश अथवा चिकित्सक द्वारा बताए गए तरीकों से ही सेवन करें।
  • अन्य किसी भी दवाई अथवा सप्लीमेंट्स के साथ इन दवाओं का सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।
  • मांसपेशियों में दर्द के लिए बताई है आयुर्वेदिक दवाओं का सेवन करने से पहले अपनी वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति पर अच्छे से समीक्षा करें।
  • इन दवाओं का सेवन करने से पहले पैक पर दिए गए सभी महत्वपूर्ण निर्देशों को ध्यानपूर्वक पड़े।

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FAQ: मांसपेशियों में दर्द की आयुर्वेदिक दवा। मांसपेशियों को मजबूत करने की आयुर्वेदिक दवा

Q: मांसपेशियों की मजबूती के लिए कौन सी आयुर्वेदिक दवा सबसे अच्छी है?

Ans: मांसपेशियों की मजबूती के लिए अश्वगंधा, महामाष तेल, राशना और गुग्गुलू जैसी दवाइयां सबसे अच्छी होती है।

Q: मांसपेशियों में दर्द की सबसे अच्छी दवा कौन सी है?

Ans: मासपेशियों के दर्द के लिए योगराज गुग्गुलु, महायोगराज गुग्गुलू, अश्वगंधा और महारास्नादि काढ़ा अच्छी दवा है।

Q: मांसपेशियों की मालिश के लिए कौन सा तेल अच्छा है?

Ans: मांसपेशियों की मालिश के लिए कौन महामाष तेल अच्छा है।

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