5 कुटजघन वटी के फायदे और नुकसान। Kutajghan Vati Uses in Hindi

कुटजघन वटी के फायदे और नुकसान

कुटजघन वटी के फायदे: आयुर्वेद चिकित्सा में कुटजघन वटी एक जानी-मानी आयुर्वेदिक औषधि है जो पेट से संबंधित विभिन्न प्रकार के रोगों में फायदेमंद मानी जाती है तथा इस लेख में हम कुटजघन वटी के फायदे

और नुकसान के बारे में जानेंगे।

तथा इसका उपयोग कैसे किया जाता है और इसके इस्तेमाल के दौरान को कौन-कौन सी सावधानियां रखनी चाहिए इसके बारे में भी हम इस लेख में जानेंगे।


कुटजघन वटी क्या है। kutajghan vati in hindi 

कुटजघन वटी का क्या कार्य है? कुटजघन वटी एक बहुत ही फायदेमंद आयुर्वेदिक दवाई है इसके मुख्य घटक के रूप में कुटज शामिल किया गया है यह पेट से संबंधित रोग अतिसार ,ग्रहणी ,दस्त आव और बवासीर जैसे रोगों में बेहद लाभकारी होता है। तो आइए इसके फायदे के बारे में विस्तार से जानते हैं।


कुटजघन वटी के फायदे। kutajghan vati benefits in hindi 

कुटजघन वटी एक प्रभावी आयुर्वेदिक दवाई है जो लूज मोशन , खूनी दस्त जैसी पेट की समस्यायों मैं अत्यन्त लाभकारी होती है।

1.कब्ज के लिए कुटजघन वटी। Kutaj Ghanvati benefits for Constipation in Hindi

खानपान में असंतुलन और जीवन शैली में परिवर्तन के कारण कब्ज जैसी समस्याएं आजकल सामान्य हो गई हैं जिससे कि अधिकांश लोग परेशान रहते हैं। तथा कब्ज को ठीक करने के लिए कुटजघन वटी एक फायदेमंद दवाई है इसके उपयोग से कब्ज जैसी समस्याओं को दूर किया जा सकता है।

2.दस्त मैं फायदेमंद कुटजघन वटी। Kutaj Ghanvati for Diarrhea in Hindi

दस्त जैसी समस्या खानपान में गड़बड़ी और आंतों में संक्रमण के कारण हो सकता है यह संक्रमण दूषित भोजन, पानी या अन्य कारणों से हो सकती हैं तथा दस्त को रोकने के लिए कुटजघन वटी फायदेमंद होती है।

3.बदहजमी (अपच) के लिए कुटजघन वटी। Kutaj Ghanvati for Indigestion in Hindi

कमजोर पाचन तंत्र के कारण हमें अपज जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है तथा आव जैसी समस्या का मुख्य कारण अपच हो सकता है। कुटजघन वटी के सेवन से अपच और बदहजमी जैसी समस्या दूर होती हैं तथा पाचन तंत्र मजबूत और पाचन शक्ति को बढ़ाने में मदद मिलती है।

4.ग्रहणी रोग के लिए फायदेमंद कुटजघन वटी। Kutaj Ghanvati for IBS in Hindi

ग्रहणी रोग जिसे इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS )भी कहा जाता है यह पेट के बड़ी आंत में होने वाला रोग है जो इसके कार्य क्षमता और प्रबंधन को प्रभावित करता है जिससे विभिन्न प्रकार की समस्याएं उत्पन्न होती है तथा ग्रहणी रोग के उपचार के लिए कुटजघन वटी बहुत ही लाभकारी होती है। 

5.सूजन मैं लाभकारी कुटजघन वटी। Kutaj Ghanvati for Swelling in Hindi

विभिन्न कारणों से शरीर के किसी भी अंग में सूजन जैसी समस्या आ सकती है तथा सूजन जैसी समस्या के उपचार के लिए भी कुटज घनवटी का प्रयोग फायदेमंद माना जाता है यह त्वचा में होने वाले सूजन की रोकथाम में उपयोगी दवाई साबित हो सकती है। 


कुटजघन वटी के साइड इफेक्ट। Kutaj Ghanvati side effects in Hindi

कुटजघन वटी के नुक्सान: कुटजघन वटी एक आयुर्वेदिक दवाई है तथा यही कारण है कि इसके दुष्प्रभावों के बारे में चिकित्सा जगत में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है अथवा अज्ञात है।

लेकिन कुछ स्थितियों में इसके दुष्प्रभाव देखने को मिल सकते हैं तो आईए जानते हैं कि कुटज घनवटी के क्या साइड इफेक्ट्स होते हैं। 

  • निर्धारित मात्रा से अधिक और गलत तरीके से कुटज घनवटी का उपयोग किए जाने पर इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं। 
  • शराब पीने के बाद यदि कोई व्यक्ति कुटज घनवटी का उपयोग करता है तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं क्योंकि यह अल्कोहल के साथ मिश्रित होकर शरीर पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है।
  • ऐसे व्यक्ति जो वर्तमान समय में किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है और उपचार ले रहे हैं वह यदि बिना अपने चिकित्सक की सलाह के इसका सेवन करते हैं तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं। 
  • कुटज घनवटी में उपस्थित किसी घटक सामग्री से एलर्जी होने के बावजूद भी यदि इसका सेवन किया जाता है तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते है।
  • एक्सपायर हो चुके कुटज घनवटी का उपयोग किए जाने पर भी इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं अथवा उपयोग से पहले पैक पर एक्सपायरी डेट अवश्य चेक करें।

कुटजघन वटी के इस्तेमाल के दौरान किसी भी प्रकार के दुष्प्रभावों का अनुभव होने पर इसका सेवन बंद कर दे और तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें। 

कुटजघन वटी के दुष्प्रभाव से जुड़े यदि आपके कुछ व्यक्तिगत अनुभव या जानकारी है तो कमेंट के माध्यम से हमारे साथ जरूर शेयर करें यह हमारे और हमारे पाठको के लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी होगी।


कुटजघन वटी से संबंधित सावधनी। Kutaj Ghanvati related precautions and warnings in Hindi

कुटजघन वटी का उपयोग करने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जिन्हें ध्यान में रखना बहन जरूरी है इन सावधानियां को यदि आप ध्यान में रखते हैं तो अनजाने में होने वाले नुकसान से बच सकते हैं। 

  • गर्भवती महिलाओं को इसका सेवन चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए बिना डॉक्टर की सलाह के इसका सेवन खतरनाक साबित हो सकता है। 
  • ऐसे लोग जो किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं और उपचार ले रहे हैं उन्हें इसका सेवन डॉक्टर की सलाह के बाद ही करना चाहिए। 
  • हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के मरीजों को इसका सेवन अपने चिकित्सक की सलाह के बाद ही करनी चाहिए। 
  • कुटजघन वटी में उपस्थित किसी घटक सामग्री से एलर्जी अथवा किसी प्रकार की समस्या होने पर इसका सेवन ना करें।
  • स्तनपान करने वाली महिलाओं को इसका सेवन करने के पूर्व एक बार चिकित्सक की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
  • कुटजघन वटी का उपयोग पैक पर दिए गए निर्देश अथवा चिकित्सक द्वारा बताए गए तरीकों से ही सेवन करें।
  • अन्य किसी भी दवाई अथवा सप्लीमेंट्स के साथ इसका उपयोग करने से पहले अपने चिकित्सक की साल अवश्य लें।
  • कुटजघन वटी का उपयोग करने से पहले पैक पर दिए गए सभी महत्वपूर्ण निर्देशों को ध्यानपूर्वक पड़े।
  • सिर की गंभीर चोट, फेफड़ों में ट्यूमर और मानसिक रोग से पीड़ित लोगों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
  • सर्जरी या ऑपरेशन जैसी स्थितियों में भी इसका सेवन चिकित्सक की सलाह के बात करना चाहिए।


कुटजघन वटी सेवन विधि। How to use Kutaj Ghanvati in Hindi

कुटजघन वटी को कैसे खाना चाहिए? किसी भी दवाई को लेने का एक सही समय और तरीका होता है तथा तभी यह आपके शरीर को पूर्ण रूप से फायदा पहुंचती है।

ठीक उसी प्रकार से कुटजघन वटी को भी लेने का एक सही तरीका होता है तो आईए जानते हैं कि कुटजघन वटी का सेवन कैसे किया जाता है।

सेवन विधि: कुटजघन वटी का लाभ लेने के लिए दो-दो गोली दिन में दो से तीन बार सामान्य जल के साथ अथवा चिकित्सक द्वारा बताए गए तरीके से सेवन करें। 

Bablu Bhengra
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