पत्थर जैसा कड़क। सांडा तेल के फायदे। Sanda oil ke fayde in hindi

Sanda oil ke fayde in hindi। सांडा तेल के फायदे price। Sanda oil ke fayde। सांडा आयल पतंजलि price। सांडे का तेल कब लगाना चाहिए। सांडा तेल लगाने की विधि। Sanda oil ke fayde


Sanda oil ke fayde in hindi: अगर आप आयुर्वेद में थोड़ी सी भी रुचि रखते हैं तो आपने कभी ना कभी संडे के तेल के बारे में जरूर सुना होगा यह पुरुषों में होने वाली यौन समस्याओं के लिए उपयोग की जाने वाली एक आयुर्वेदिक तेल हैं।

तथा इस लेख में हम पुरषों के लिए सांडे तेल के फायदे और नुकसान के बारे में जानेंगे साथ ही साथ इसका उपयोग कैसे किया जाता है तथा इसके इस्तेमाल के दौरान कौन-कौन सी सावधानियां रखनी चाहिए इसके बारे में भी हम इस लेख में जानेंगे। 


सांडे का तेल क्या है? Sanda oil in Hindi 

सांडे का तेल एक पारंपरिक आयुर्वेदिक तेल है जिसे बनाने के लिए विभिन्न प्रकार के जड़ी बूटी और आयुर्वेदिक तेलों का उपयोग किया जाता है सांडे का तेल पुरुषों के लिए खासकर बेहद फायदेमंद माना जाता है यह पुरुषों में होने वाले सेक्स संबंधित समस्याओं के उपचार के लिए उपयोग किया जाता है।


सांडे तेल के फ़ायदे। Sanda oil benefits in Hindi

सांडे का तेल पुरुषों पुरुषों में होने वाले विभिन्न प्रकार के सेक्स संबंधित समस्याओं के उपचार में मदद करता है जैसे कि इनफर्टिलिटी स्तंभन दोष गुप्तांगो में आई कमजोरी तो लिए इसके फायदे के बारे में विस्तार से जानते हैं।

1. स्तंभनदोष के लिए उपयोगी: स्तंभन दोष जिसे इरेक्टाइल डिस्फंक्शन भी कहा जाता है इसके उपचार के लिए सांडे का तेल उपयोगी हो सकता है क्योंकि इसमें अश्वगंधा लौंग और धतूरा जैसी सांडे का तेल उपयोगी हो सकता है क्योंकि इसमें अश्वगंधा ,लौंग और धतूरा तेल सक्रिय औषधि सम्मिलित की गई है।

स्तंभन दोष कैसी स्थिति है जिसमें पुरुष सेक्स के दौरान लिंग के पूर्ण तनाव पाने अथवा बनाए रखने में असमर्थ होते हैं जिसके कारण उन्हें कई बार अपने पार्टनर के सामने शर्मिंदा होना पड़ता है।

2. शीघ्रपतन के लिए लाभकारी: शीघ्रपतन की पुरुषों में होने वाली एक आम समस्या होती जा रही है जिससे कि अधिकांश पुरुष प्रभावित है। तथा सांडे का तेल शीघ्रपतन की समस्या में लाभकारी सिद्ध हो सकता है यह लिंग क्षेत्र में मौजूद नसों में रक्त के प्रभाव को बेहतर बनाते हैं। जिससे कि लिंग में आई कमजोरी दूर होती है और शीघ्रपतन जैसी समस्याओं में लाभ मिलता है।

3. प्रजनन क्षमता को बढ़ाए: सांडे का तेल विभिन्न प्रकार की आयुर्वेदिक औषधियां से बनाया गया है जिसमें शतावर और अश्वगंधा जैसी सक्रिय औषधि सम्मिलित की गई हैं तथा यह पुरुषों में प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के लिए जानी जाती है। तथा सांडे का तेल के उपयोग से प्रजनन क्षमता को बढ़ाया जा सकता है और इनफर्टिलिटी जैसी समस्याओं में लाभ लिया जा सकता है।

4. वीर्य गुणवत्ता मैं सुधार: सांडे का तेल के उपयोग से रक्त और ऑक्सीजन स्तर का प्रवाह बेहतर होता है जिससे की वीर की गुणवत्ता में सुधार लाने में मदद मिल सकती है।

5. लिंग की कमजोरी को दूर करे: संडे के तेल में धतूरा शतावरी तिल और लौंग जैसी बेहद सक्रिय औषधीय को सम्मिलित किया गया है यह नसों में आई कमजोरी को दूर करके रक्त के प्रभाव को बेहतर बनाती है जिससे की लिंग में आई कमजोरी दूर होती है तथा सेक्स के दौरान परफॉर्मेंस को बेहतर बनाने में मदद मिलती है।

यह भी पढ़े


सांडे का तेल के नुकसान। Sanda oil Side effects in Hindi 

सांडे का तेल से क्या नुकसान है? सांडे का तेल एक आयुर्वैदिक औषधि है तथा इसके फायदे के अलावा इसके कुछ नुकसान भी हैं जो कि इसके इस्तेमाल के दौरान आपको देखने को मिल सकते हैं।

  • त्वचा लाला होना
  • खुजली
  • सूजन
  • लो ब्लड प्रेशर
  • त्वचा पर लाल चकत्ते

इसके अलावा कुछ अन्य स्थितियों मैं इसके दुष्प्रभाव देखने को मिल सकते है तो आइए जानते है की सांडे का तेल के साइड इफेक्ट क्या है।

  • निर्धारित मात्रा से अधिक और गलत तरीके से सांडे का तेल का उपयोग किया जाता है तो ऐसी स्थिति में इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं।
  • सांडे का तेल केवल बाहरी उपयोग हेतु बनाई गई दवाई हैं अतः इसका मौखिक रुप से प्रयोग किये जाने पर इसके दुष्प्रभाव देखने क मिल सकते हैं। 
  • ऐसे लोग जो की किसी गंभीर त्वचा संबंधित बीमारी से पीड़ित है और बिना अपने चिकित्सक की सलाह के सांडे का तेल का उपयोग करते हैं तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव होने के मौके बन सकते हैं।
  • सांडे का तेल मैं उपस्थित किसी घटक सामग्री से एलर्जी होने के बावजूद भी यदि इसका उपयोग किया जाता है तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं।
  • एक्सपायर हो चुके सांडे का तेल का उपयोग किए जाने पर भी इसके दुष्प्रभाव शरीर पर देखने को मिल सकते हैं। अथवा उपयोग से पहले पैक पर एक्सपायरी डेट अवश्य चेक करें।

सांडे का तेल के उपयोग के दौरान किसी भी प्रकार के दुष्प्रभाव का अनुभव होने पर इसका उपयोग बंद कर दें और तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।

सांडे का तेल के दुष्प्रभावों से जुड़े यदि आपके कुछ व्यक्तिगत अनुभव या जानकारी है तो कमेंट के माध्यम से हमारे साथ जरूर शेयर करें यह हमारे और हमारे पाठकों के लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी होगी।

यह भी पढ़े


सांडे का तेल से संबंधित सावधानी। Sanda oil warnings & precautions in hindi

सांडे का तेल का उपयोग करने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जिन्हें ध्यान में रखना बेहद जरूरी है इन सावधानियां को यदि आप ध्यान में रखते हैं तो अनजाने में होने वाली कई प्रकार के हानि से बच सकते हैं।

  • ऐसे लोग जो वर्तमान समय में किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है और उपचार ले रहे हैं उन्हें सांडे का तेल का उपयोग अपने चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
  • गर्भवती महिलाओं के लिए यह तेल पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है तथा वह इसका उपयोग न करे।
  • हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के मरीजों को इसका उपयोग अपने चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
  • सांडे का तेल मैं उपस्थित घटक सामग्री से किसी भी प्रकार की स्किन एलर्जी अथवा समस्या होने पर इसका का उपयोग न करें।
  • स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए सांडे का तेल प्रतिबंधित है। वह इसका उपयोग न करे 
  • सांडे का तेल का उपयोग पैक पर दिए गए निर्देश अथवा चिकित्सक द्वारा बताए गए तरीकों से ही उपयोग करें।
  • अन्य किसी भी दवाई अथवा सप्लीमेंट्स के साथ सांडे का तेल का उपयोग करने से पहले अपने चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।
  • सांडे का तेल का उपयोग करने से पहले अपनी वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति पर अच्छे से समीक्षा करें।
  • सांडे का तेल का उपयोग करने से पहले पैक पर दिए गए सभी महत्वपूर्ण निर्देशों को ध्यानपूर्वक पड़े।
  • सांडे का तेल विशेष रूप से पुरषों के लिए बनाई गई दवाई है अथवा महिलाए इसका उपयोग न करे।

यह भी पढ़े


सांडा तेल लगाने की विधि। How to use Sanda oil in Hindi 

सांडे का तेल लगाने की विधि क्या है? किसी भी तेल को लगाने का एक सही तरीका होता है तथा भी यह पूर्ण पूर्ण रूप फायदा पहुंचाती है तो आइए जानते है की सांडे का तेल का इस्तेमाल कैसे किया जाता है।

सांडे का तेल कब लगाना चाहिए : सांडे का तेल का लाभ लेने के लिए सम्बंध बनाने से 30 मिनट पहले सांडे का तेल की 10 से 15 बूंदे हतेली पर लेकर हल्के हाथों से मालिश करे ।

यह भी पढ़े


सांडे का तेल कितने दिन लगाना चाहिए।

सांडे का तेल एक आयुर्वेदिक दवाई है जिसमे कई प्राकृतिक घटकों का उपयोग किया गया है तथा इसके बेहतर परिणाम पाने के लिए इसे 30 से 60 दिनो तक लगाना चाहिए।


सांडे का तेल कितने दिन में असर करता है?

सांडे का तेल एक आयुर्वेदिक तेल है जिसे विभिन्न प्रकार की जड़ी बूटी और आयुर्वेदिक तेलों से बनाया जाता है तथा सांडे का तेल के 5 से 10 दोनों के बाद यह असर करता है हालांकि इसका असर आपको इसके पहले भी देखने को मिल सकता है।

ALSO READ


सांडे का तेल घटक सामग्री। Sanda oil ingredients in Hindi 

  • काले जीरे का तेल
  • लौंग का तेल
  • अश्वगंधा
  • सतावरी
  • तिल तेल
  • मखमली बीन
  • धतूरे का अर्क

सांडा तेल की प्राइस। Sanda oil price 

सांडे का तेल कितने रुपए का आता है? सांडा तेल विभिन्न प्रकार की आयुर्वेदिक दवाई कंपनी बनाती है जिसकी 15 ML पैक की कीमत 200 रुपए से लेकर 250 रूपए तक हो सकती है जिसे आप किसी भी मेडिकल स्टोर या फिर ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट से खरीद सकते हैं।

Bablu Bhengra
Spread the love

Leave a Comment