बैद्यनाथ त्रिफला चूर्ण के फायदे नुकसान उपयोग। Baidyanath Triphala churna in hindi

बैद्यनाथ त्रिफला चूर्ण के फायदे। बवासीर में त्रिफला चूर्ण के फायदे। बैद्यनाथ त्रिफला चूर्ण price। त्रिफला चूर्ण के नुकसान। त्रिफला चूर्ण बनाने की विधि। त्रिफला चूर्ण खाने का तरीका। त्रिफला चूर्ण खाली पेट खाने के फायदे। baidyanath triphala churna benefits in hindi


बैद्यनाथ त्रिफला चूर्ण के फायदे: त्रिफला चूर्ण आयुर्वेद चिकित्सा में एक जानी-मानी औषधि है जिसके बारे में आपने कभी ना कभी जरुर सुना होगा यह एक बहुत ही फायदेमंद दवाई है जिसका उपयोग विभिन्न प्रकार की समस्याओं में किया जाता है।

तथा इस लेख में हम बैद्यनाथ त्रिफला चूर्ण के फायदे और नुकसान के बारे में जानेंगे तथा इसका उपयोग केसे किया जाता है तथा इसके इस्तेमाल के दौरान आपको कौन कौन सी सावधानियां रखनी चाहिए इसके बारे मैं भी हम इस लेख मैं जानेंगे।


बैद्यनाथ त्रिफला चूर्ण क्या है? Baidyanath Triphala churna in hindi

वैद्यनाथ त्रिफला चूर्ण एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसे आंवला, हरड़, और बहेड़ा तीन जड़ी-बूटियों से मिलाकर बनाया जाता है। यह त्रिफला चूर्ण कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं के लिए उपयोग किया जाता है। जिसके बारे मैं हम आगे विस्तार से जानेंगे।

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बैद्यनाथ त्रिफला चूर्ण के फायदे। Baidyanath triphala churna benefits in hindi

1. पाचन संबंधी समस्याओं में राहत: बैद्यनाथ त्रिफला चूर्ण के मुख्य घटकों मैं हरड़ शामिल होता है जो अपच, कब्ज, और गैस जैसी पाचन संबंधी समस्याओं में राहत प्रदान करने में मदद कर सकता है। यह चूर्ण पाचन रस के स्राव को बढ़ावा देता है और पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है।

2. पेट की समस्याओं में सुधार: त्रिफला चूर्ण अल्सर और गैस्ट्रिक जैसी पेट की समस्याओं में सुधार करने में मदद कर सकता है। यह चूर्ण पेट की दीवारों को मजबूत करके और पेट के अम्ल को नियंत्रित करके काम करता है। जिससे की पेट संबंधित समस्यायों मैं लाभ मिलता है।

3. लीवर की समस्याओं में राहत: त्रिफला चूर्ण हेपेटाइटिस और पित्त की पथरी जैसी लीवर की समस्याओं में राहत प्रदान करने में मदद कर सकता है। यह चूर्ण लीवर को स्वस्थ रखने और लीवर के कार्य क्षमता को बेहतर बनाने में मदद करता है।

4. किडनी की समस्याओं में सुधार: बैद्यनाथ त्रिफला चूर्ण मूत्राशय की सूजन और मूत्र पथ के संक्रमण (यूटीआई ) जैसी किडनी की समस्याओं में सुधार करने में मदद कर सकता है। यह चूर्ण किडनी को स्वस्थ रखने और किडनी के कार्य को बेहतर बनाने में मदद करता है।

5. त्वचा रोगों का इलाज: बैद्यनाथ त्रिफला चूर्ण मुंहासे, दाद, और सोरायसिस जैसी त्वचा रोगों के इलाज में मदद कर सकता है। यह चूर्ण त्वचा को स्वस्थ रखने और त्वचा की सूजन को कम करके काम करता है।

6. बालों की समस्याओं का इलाज: बैद्यनाथ त्रिफला चूर्ण के मुख्य घटकों मैं आमला शामिल होता है जिसमे आयरन कैल्शियम और विटामीन सी उपस्थिति होता है जो बालों के झड़ने और समय से पहले सफेद होने जैसी बालों की समस्याओं का इलाज करने में मदद कर सकता है। यह चूर्ण बालों को मजबूत बनाने और बालों के विकास को बढ़ावा देने में मदद करता है।

7. वजन कम करने में मदद: त्रिफला चूर्ण वजन कम करने में मदद कर सकता है। यह चूर्ण पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है और भूख को कम करता है।

8. प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करना: त्रिफला चूर्ण प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद कर सकता है। यह चूर्ण शरीर को रोगों से लड़ने में मदद करता है।

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बैद्यनाथ त्रिफला चूर्ण के नुकसान । Baidyanath triphala churna side effects in hindi

वैद्यनाथ त्रिफला चूर्ण के साइड इफेक्ट्स क्या है? वैद्यनाथ त्रिफला चूर्ण एक आयुर्वेदिक दवाई है तथा यही कारण है कि इसके दुष्प्रभावों के बारे में चिकित्सा जगत में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है अथवा अज्ञात है।

लेकिन कुछ स्थितियों में इसके दुष्प्रभाव देखने को मिल सकते हैं तो आईए जानते हैं कि वैद्यनाथ त्रिफला चूर्ण के क्या साइड इफेक्ट्स होते हैं।

  • निर्धारित मात्रा से अधिक और गलत तरीके से वैद्यनाथ त्रिफला चूर्ण का सेवन किए जाने पर इसके दुष्प्रभाव शरीर पर देखने को मिल सकते हैं।
  • शराब पीने के बाद यदि कोई व्यक्ति त्रिफला चूर्ण का सेवन करता है तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं। क्योंकि यह अल्कोहल के साथ मिश्रित होकर बॉडी पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है।
  • ऐसे व्यक्ति जो किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है और वह बिना अपने डॉक्टर की सलाह के त्रिफला चूर्ण का सेवन करते हैं तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं।
  • वैद्यनाथ त्रिफला चूर्ण में उपस्थित किसी घटक सामग्री से एलर्जी होने के बावजूद भी यदि इसका उपयोग किया जाता है तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं।
  • एक्सपायर हो चुके वैद्यनाथ त्रिफला चूर्ण का सेवन किए जाने पर भी इसके दुष्प्रभाव होने के खतरे बढ़ सकते हैं। तथा उपयोग से पहले एक्सपायरी डेट अवश्य चेक करें।

बैद्यनाथ त्रिफला चूर्ण के इस्तेमाल के दौरान यदि किसी भी प्रकार के दुस्प्रभावों का अनुभव होने पर इसका सेवन बंद कर दें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

वैद्यनाथ त्रिफला चूर्ण के दुष्प्रभाव से जुड़े यदि आपके कुछ व्यक्तिगत अनुभव या जानकारी है तो कमेंट के माध्यम से हमारे साथ जरूर शेयर करें यह हमारे और हमारे पाठको के लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी होगी।

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वैद्यनाथ त्रिफला चूर्ण से सम्बन्धित सावधानी। Baidyanath triphala churna related precautions & warnings in Hindi

वैद्यनाथ त्रिफला चूर्ण का सेवन करने से पहले कुछ सावधानियां है जिन्हे ध्यान मैं रखना बेहद जरूरी है इन महत्वपूर्ण बातों को यदि आप ध्यान में रखते हैं तो अनजाने मैं होने वाली कई प्रकार की नुकसान से बच सकते हैं।

  • गर्भवती महिलाओं को त्रिफला चूर्ण का सेवन चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
  • ऐसे लोग जो वर्तमान समय मैं किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है और उपचार ले रहे है उन्हे इसका सेवन चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
  • हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के मरीजों को इसका सेवन अपने चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
  • ऐसी महिलाएं जो की हाल ही मे मां बनी है और अपने शिशु को स्तनपान कराती है उन्हें इसका सेवन अपने चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
  • वैद्यनाथ त्रिफला चूर्ण मैं मोजूद किसी घटक सामग्री से एलर्जी अथवा किसी प्रकार की समस्या होने पर इसका उपयोग ना करे।
  • अन्य किसी भी दवाई अथवा सप्लीमेंट्स के साथ इसका उपयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
  • वैद्यनाथ त्रिफला चूर्ण का सेवन पैक पर दिए निर्देश अथवा चिकित्सक द्वारा बताए गए तरीकों से ही सेवन करें।
  • त्रिफला चूर्ण का उपयोग करने से पहले पैक पर दिए गए सभी महत्वपूर्ण निर्देशों को ध्यानपूर्वक पढ़ें।
  • त्रिफला चूर्ण का सेवन करने से पहले अपनी वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति का आकलन करें।
  • सर्जरी या ऑपरेशन जैसी स्थितियों मैं इसका सेवन करने के पूर्व चिकित्सक की सलाह आवश्यक है।

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वैद्यनाथ त्रिफला चूर्ण सेवन विधि। Baidyanath triphala churna How to use in Hindi 

बैद्यनाथ त्रिफला चूर्ण का सेवन कैसे करें? त्रिफला चूर्ण लेने का तरीका क्या है। किसी दवाई को लेने का एक सही समय और तरीका होता है तथा तभी यह आपके शरीर को पूर्ण रूप से फायदा पहुंचती है।

ठीक उसी प्रकार से वैद्यनाथ त्रिफला चूर्ण को भी लेने का तरीका होता है तो आईए जानते हैं कि त्रिफला चूर्ण का सेवन कैसे किया जाता है।

त्रिफला चूर्ण खाने का तरीका : त्रिफला चूर्ण का लाभ लेने के लिए 1 चम्मच त्रिफला चूर्ण को, रात मैं सोते समय गुनगुने पानी के साथ भोजन के बाद या चिकित्सक के निर्देशानुसार सेवन करें ।


बैद्यनाथ त्रिफला चूर्ण प्राइस। Baidyanath triphala churna price 

50 ग्राम वाले त्रिफला चूर्ण की कीमत 49 रुपए है जिसे आप किसी भी मेडिकल स्टोर या फिर ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट अमेजॉन फ्लिपकार्ट से खरीद सकते हैं।


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बैद्यनाथ त्रिफला चूर्ण घटक सामग्री। Baidyanath triphala churna ingredients in Hindi 

त्रिफला चूर्ण घटक सामग्री: 

  • हरड़
  • बहेड़ा
  • आंवला 

बवासीर में त्रिफला चूर्ण के फायदे।

बवासीर रोग एक गंभीरऔर पीड़ा दायक रोग है तथा इसमें त्रिफला चूर्ण बेहद फायदेमंद हो सकता है यह पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करके मल को नरम करता है और आतों मैं मल के जमाव की कम करता है जिससे की मल गुदा से आसानी के साथ बिना ताकत और पीड़ा के बाहर आ सके।

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त्रिफला चूर्ण खाली पेट खाने के फायदे।

त्रिफला एक बहुत ही फायदेमंद औषधि है तथा खाली पेट इसका सेवन किए जाने से इसके लाभ और भी अधिक हो सकते हैं खाली पेट त्रिफला चूर्ण का सेवन करने से पाचन पाचन शक्ति बेहतर होती है कब्ज और गैस जैसी समस्याओं में रहता मिलता है और डाइजेस्टिव सिस्टम स्ट्रांग होता है।


त्रिफला चूर्ण बनाने की विधि।

कई लोगों को बाजार में मिलने वाले त्रिफला चूर्ण की शुद्धता पर विश्वास नहीं होता है तथा जिसकी वजह से वह खुद त्रिफला चूर्ण बनाने की कोशिश करते हैं।

त्रिफला चूर्ण बनाने के लिए सर्वप्रथम हरड़, बहेड़ा और आमला को तीन से चार दिन तेज धूप में सुखाएं उसके बाद इसे बारीक बारीक काटकर फिर से दो से तीन दिन तक सुखाय अब इसके बाद इसे एक-एक कर मिक्सर ग्राइंडर में बारीक पाउडर बना लें अब इन तीनों मिश्रण को आपस में मिला लें आपका त्रिफला चूर्ण तैयार है।

Bablu Bhengra
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