सितोपलादि चूर्ण के फायदे व नुकसान। Sitopaladi churna benefits in hindi

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सितोपलादि चूर्ण के फायदे व नुकसान: सितोपलादि चूर्ण आयुर्वेद जगत में एक जानी-मानी औषधि है जिसका निर्माण अलग-अलग कंपनियां करती हैं जो लोग भी थोड़ा बहुत आयुर्वेद तथा आयुर्वेद से जुड़ी दवाइयां में रुचि रखते हैं वह सितोपलादि चूर्ण के बारे में अवश्य जानते होंगे।

तथा इस लेख में हम सितोपलादि चूर्ण के फायदे और नुकसान के बारे में जानेंगे साथ ही साथ इसका उपयोग किस तरह से किया जाता है तथा इसके इस्तेमाल के दौरान आपको कौन-कौन सी सावधानियां रखनी चाहिए इसके बारे में भी हम इस लेख में चर्चा करेंगे तो आइए सितोपलादि चूर्ण के बारे में विस्तार से जानते हैं।

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विषय सूची

सितोपलादि चूर्ण क्या है। Sitopaladi churna in hindi

सितोपलादि चूर्ण एक पूर्णता आयुर्वेदिक दवाई है जिसे पूर्ण रूप से प्राकृतिक और नेचुरल घटकों से मिलकर बनाया जाता है सीट उपलब्धि चरण का मुख्य तौर पर उपयोग सर्दी, खांसी और स्वास संबंधित रोगों के उपचार के लिए किया जाता है। इसके अलावा इसके और भी अन्य उपयोग है जिसके बारे में हम आगे विस्तार से इस लेख में जानेंगे।


सितोपलादि चूर्ण के फायदे। Sitopaladi churna benefits in hindi

1.सितोपलादि चूर्ण खांसी के लिए: श्वास नली में कफ या संक्रमण के कारण खासी जैसी समस्या हो सकती है तथा सितोपलादि चूर्ण विभिन्न प्रकार के प्राकृतिक औषधियां से मिलकर तैयार किया जाता है जो की खांसी जैसी समस्या से निपटने में बहुत फायदेमंद हो सकती है।

2. सितोपलादि चूर्ण सर्दी जुखाम में फायदेमंद: बदलते मौसम के प्रभाव और खानपान के कारण सर्दी जुकाम जैसी समस्या हो सकती है तथा सितोपलादि चूर्ण सर्दी जुखाम जैसी समस्याओं से निपटने के लिए एक बहुत अच्छी आयुर्वेदिकदवाई है। इसका उपयोग करके सर्दी और जुकाम से राहत पाया जा सकता है।

3. लंग डिजीज मैं फायदेमंद: वात कफ और पित्त में असंतुलन के कारण लुंग डिजीज हो सकता हैं यह मुख्य रूप से श्वास नली को प्रभावित करता है जिसमें की अधिक कफ के जमाव के कारण सांस लेने में दिक्कत होती है। तथा सितोपलादि चूर्ण वात और कफ को संतुलित कर कफ को बाहर निकालने में मदद करता है और लंग डिजीज मैं फायदेमंद पहुंचा सकता है।

4. अस्थमा मैं फायदेमंद सितोपलादि चूर्ण: अस्थमा जिससे दमा रोग भी कहा जाता है यह यह स्वसन मार्ग को प्रभावित करता है श्वास नली में अधिक कफ के जमाव के कारण सास लेने में दिक्कत होती है जिसके परिणाम स्वरूप स्वास नाली में सूजन जलन और दर्द जैसी समस्याएं देखने को मिलते हैं। तथा सितोपलादि चूर्ण अस्थमा के लक्षणों को रोकने मैं मदद करता है और वात व कफ को संतुलित करता है।

5. ब्रोकाइटिस मैं लाभकारी सितोपलादि चूर्ण: ब्रोंकाइटिस एक गंभीर स्वास्थ्य रोग है जिसमें श्वास नली और फेफड़ों की शाखों में सूजन हो जाती है जिसके परिणामस्वरुप बलगम जमा हो जाता है और स्वास पथ मैं रुकावट पैदा होती है। 

तथा सितोपलादि चूर्ण ब्रोंकाइटिस जैसे गंभीर रोगों के इलाज में भी बहुत फायदेमंद दवाई है तथा इसके उपयोग से ब्रोंकाइटिस जैसे रोगों के इलाज में बहुत फायदा मिल सकता है।


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सितोपलादि चूर्ण के फायदे इन हिंदी। Sitopaladi churna uses in hindi

6. एलर्जी के लिए उपयोगी: पर्यावरणी बदलाव और मौसम में परिवर्तन के दौरान सर्दी जुकाम और खांसी जैसी समस्याएं एलर्जी को दर्शाती हैं तथा एलर्जी के उपचार के लिए सितोपलादि चूर्ण एक कारगर और फायदेमंद आयुर्वेदिक औषधि साबित हो सकती है इसके उपयोग से एलर्जी जैसी समस्याओं में रहता पाया जा सकता है।

7.पाचन को ठीक करे: पाचन मैं गड़बड़ी का एक मुख्य कारण मैं पित्त मैं असंतुलन हो सकता है तथा सीतोपलादि चूर्ण पित्त को संतुलित कर पाचन को बेहतर बनाता है।

8.भूख बढ़ाए सितोपलादि चूर्ण: भूख न लगना और भूख की कमी एक मुख्य कारण वात, कफ और पित्त का असंतुलन हो सकता है तथा सितोपलादि चूर्ण भूख को बढ़ाने मैं मदद कर सकता है यह वात, पित्त,कफ को संतुलित कर प्राकृतिक रूप से भूख को बढ़ा सकता है।

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सितोपलादि चूर्ण के नुकसान। Sitopaladi churna side effects in hindi

सितोपलादि चूर्ण साइड इफेक्ट्स क्या है? सितोपलादि चूर्ण एक आयुर्वेदिक दवाई है तथा यही कारण है कि इसके दुष्प्रभावों के बारे में चिकित्सा जगत में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है अथवा अज्ञात है।

लेकिन कुछ स्थितियों में इसके दुष्प्रभाव देखने को मिल सकते हैं तो आईए जानते हैं कि सितोपलादि चूर्ण के क्या नुकसान होते हैं।

  • निर्धारित मात्रा से अधिक और गलत तरीके से सितोपलादि चूर्ण का सेवन किए जाने पर इसके दुष्प्रभाव शरीर पर देखने को मिल सकते हैं।
  • शराब पीने के बाद यदि कोई व्यक्ति सितोपलादि चूर्ण का सेवन करता है तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं। क्योंकि यह शराब के साथ मिश्रित होकर बॉडी पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है।
  • ऐसे व्यक्ति जो किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है और वह बिना अपने डॉक्टर की सलाह के सीतोपलादि चूर्ण का सेवन करते हैं तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं।
  • सितोपलादि चूर्ण में उपस्थित किसी घटक सामग्री से एलर्जी होने के बावजूद भी यदि इसका उपयोग किया जाता है तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं।
  • एक्सपायर हो चुके सितोपलादि चूर्ण का सेवन किए जाने पर भी इसके दुष्प्रभाव होने के खतरे बढ़ सकते हैं।

सितोपलादि चूर्ण के इस्तेमाल के दौरान यदि किसी भी प्रकार के दुष्प्रभाव का अनुभव करते है तो इसका सेवन बंद कर दें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

सितोपलादि चूर्ण के दुष्प्रभाव से जुड़े यदि आपके कुछ व्यक्तिगत अनुभव या जानकारी है तो कमेंट के माध्यम से हमारे साथ जरूर शेयर करें यह हमारे और हमारे पाठको के लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी होगी।

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सितोपलादि चूर्ण से सम्बन्धित सावधानी। Sitopaladi churna related precautions & warnings in Hindi

सितोपलादि चूर्ण का सेवन करने से पहले कुछ सावधानियां है जिन्हे ध्यान मैं रखना बेहद जरूरी है इन महत्वपूर्ण बातों को यदि आप ध्यान में रखते हैं तो अनजाने मैं होने वाली कई प्रकार की हानियों से बच सकते हैं।

  • गर्भवती महिलाओं को सितोपलादि चूर्ण का सेवन चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
  • ऐसे लोग जो वर्तमान समय मैं किसी गंभीर रोग से पीड़ित है और उपचार ले रहे है उन्हे इसका सेवन चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
  • हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के मरीजों को इसका सेवन अपने चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
  • ऐसी महिलाएं जो की हाल ही मे मां बनी है और अपने शिशु को स्तनपान कराती है उन्हें इसका सेवन डॉक्टर की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
  • सितोपलादि चूर्ण मैं मोजूद किसी घटक सामग्री से एलर्जी अथवा किसी प्रकार की समस्या होने पर इसका उपयोग ना करे।
  • अन्य किसी भी दवाई अथवा सप्लीमेंट्स के साथ इसका उपयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
  • सितोपलादि चूर्ण का सेवन पैक पर दिए निर्देश अथवा चिकित्सक द्वारा बताए गए तरीकों से ही सेवन करें।
  • सितोपलादि चूर्ण का उपयोग करने से पहले पैक पर दिए गए सभी महत्वपूर्ण निर्देशों को ध्यानपूर्वक पढ़ें।
  • सितोपलादि चूर्ण का सेवन करने से पहले अपनी वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति पर आकलन करें।
  • सर्जरी या ऑपरेशन जैसी स्थितियों मैं इसका सेवन करने के पूर्व डॉक्टर की सलाह आवश्यक है।

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सितोपलादि चूर्ण खाने की विधि। Sitopaladi churna How use & Dosage in Hindi

सितोपलादि चूर्ण का सेवन कैसे करें? सितोपलादि चूर्ण लेने का तरीका क्या है। किसी दवाई को लेने का एक सही समय और तरीका होता है तथा तभी यह आपके शरीर को पूर्ण रूप से फायदा पहुंचती है।

ठीक उसी प्रकार से सितोपलादि चूर्ण को भी लेने का तरीका होता है तो आईए जानते हैं कि सितोपलादि चूर्ण का सेवन कैसे किया जाता है।

सितोपलादि चूर्ण कब लेना चाहिए : सितोपलादि चूर्ण का लाभ लेने के लिए 2 से 6 ग्राम सितोपलादि चूर्ण (आधा से एक चम्मच ) को, दिन में दो बार शहद के साथ , भोजन के पहले या बाद या चिकित्सक के निर्देशानुसार सेवन करें ।

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सितोपलादि चूर्ण और शहद।

शहद मधुमक्खियां से मिलने वाला एक प्राकृतिक औषधि है जिसके अनगिनत फायदे हैं यह सर्दी ,जुकाम से लेकर वजन कम करने जैसी विभिन्न प्रकार के मामलों के लिए उपयोग की जाती है। तथा सितोपलादि चूर्ण और शहद का एक साथ उपयोग करने पर सितोपलादि चूर्ण का असर कई गुना तक बढ़ जाता है तथा रोगों में जल्दी फायदा दिलाने में यह मदद कर सकता है।


सितोपलादि चूर्ण के परहेज।

वैसे तो सितोपलादि एक पूर्णतः आयुर्वेदिक औषधि है तथा यही कारण है की इसे लेना सुरक्षित माना जाता है लेकिन क्या सितोपलादि चूर्ण के परहेज भी है। तो यदि आप स्वास संबधी रोगों के लिए इसका उपयोग कर रहे है दही, छाछ, आइस क्रीम, कोल्ड्रिक, नींबू, नारियल जैसी ठंडी और खट्टी चीजों का परहेज करे।

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सितोपलादि चूर्ण की तासीर क्या है?

सितोपलादि चूर्ण इलायची ,पिपली और दालचीनी जैसे प्राकृतिक घटकों से मिलकर बनाया जाता है तथा इसकी तासीर गर्म होती है। यह सर्दी जुकाम खांसी और कैफ जैसी समस्याओं से राहत पाने में काफी फायदेमंद आयुर्वेदिक औषधि मानी जाती है।


सितोपलादि चूर्ण के घटक । Sitopaladi churna ingredients in Hindi

  • मिश्री
  • वंशलोचन
  • पिपली
  • दालचीनी
  • इलायची

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सितोपलादि चूर्ण की कीमत। Sitopaladi churn price

सितोपलादि चूर्ण का का निर्माण भारत की अलग अलग आयुर्वेद दवाई कंपनी करती है जिनकी कीमत भी भिन्न होती है। तथा जिसमे हमने कुछ जानी मानी और आसानी से मिलने सितोपलादि चूर्ण की कीमतों के बारे मैं बताया है।


सितोपलादि चूर्ण की कीमत:

  • बैद्यनाथ सितोपलादि चूर्ण 30 ग्राम 90/– RS
  • डाबर सितोपलादि चूर्ण 30 ग्राम 90/– RS
  • पतंजलि सितोपलादि चूर्ण 25 ग्राम 30/– RS

सितोपलादि चूर्ण को आप किसी भी मेडिकल स्टोर या ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट अमेजॉन फ्लिपकार्ट से खरीद सकते हैं।


FAQ: सितोपलादि चूर्ण के फायदे व नुकसान

Q: सितोपलादि चूर्ण खाने से क्या फायदा होता है?

Ans: सितोपलादि चूर्ण खाने से सर्दी, जुकाम ,खांसी ,अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसे रोगों में फायदा होता है इसके अलावा ही है वात ,पित्त और कफ को संतुलित करने में भी मदद करता है।

Q: मुझे सितोपलादि चूर्ण कब लेना चाहिए?

Ans: सितोपलादि चूर्ण को सुबह शाम खाली पेट या खाना खाने के बाद लेना चाहिए।

Q: सितोपलादि चूर्ण क्या है?

Ans: सितोपलादि चूर्ण एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसे पिपली, इलायची, दालचीनी और मिश्री जैसे प्राकृतिक घटकों से मिलाकर बनाया जाता है। यह सर्दी ,खांसी और श्वसन संबंधी रोगों के उपचार के लिए उपयोगी होता है।

Q: क्या हम बच्चों को सितोपलादि चूर्ण दे सकते हैं

Ans: सितोपलादि चूर्ण को छोटे बच्चों को भी दिया जा सकता है एक चुटकी भर सितोपलादि चूर्ण को शहद के साथ सुबह शाम बच्चों को दे सकते है। लेकिन बच्चों को देने से पहले चिकित्सक द्वारा इसकी मात्रा और अवधि के बारे मैं परामर्श करे।

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