थायराइड का रामबाण इलाज पतंजलि। Patanjali medicine for thyroid in Hindi

थायराइड का रामबाण इलाज पतंजलि। क्या थायराइड की दवा जीवन भर खानी पड़ती है। थायराइड की दवा का नाम। थायराइड का रामबाण इलाज राजीव दीक्षित। थायराइड के मरीज को कभी नहीं करनी चाहिए ये 7 चीजें। थायराइड की दवा के नुकसान। थायराइड कितने दिन में ठीक हो जाता है


वर्तमान समय मैं अधिकांसलोग आज के समय मैं थायराइड की समस्या से पीड़ित है थायराइड के उपचार के लिए अनेकों प्रकार की दवाएं और उपचार मौजूद है जिन्हे आप चिकित्सक की सलाह से ले सकते है।

इस लेख मैं थायराइड का रामबाण इलाज पतंजलि दवाओं के बारे मैं बताने वाले है तथा थायराइड के उपचार के लिए उपयोग की जाने वाली दवाई का सेवन कैसे किया जाता है एवं इसके इस्तेमाल के दौरान आपको कौन कौन सी सावधानियां रखनी चाहिए इसके बारे मैं भी हम जानेंगे।

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थायराइड का रामबाण इलाज पतंजलि। Patanjali medicine for thyroid in Hindi

थायराइड के उपचार के लिए पतंजलि आयुर्वेद में कुछ चुनिंदा दवाइयां उपलब्ध हैं जिन्हें आप चिकित्सक की सलाह से ले सकते हैं थायराइड के उपचार के लिए उपयोग की जाने वाली पतंजलि दवाई में शामिल है:

1. दिव्य थायरोग्रिट वटी

पतंजलि दिव्य थायरोग्रिट वटी एक नई दवाई है जिसे पतंजलि आयुर्वेद अनुसंधान केंद्र (रिसर्च इंस्टीट्यूट) द्वारा टेस्टेड और वेरीफाई किया गया है। यह एक रिसर्च बेस्ड दवाई है जिसका उपयोग थायराइड के उपचार के लिए किया जाता है इसमें धनिया बीज, कांचनार ,सिंघाड़ा, बहेड़ा ,पुनर्नवा और त्रिकटु का अर्क सम्मिलित किया गया है इसके अतिरिक्त इसमें शुद्ध गूगल भी मिलाया गया है, इसके सेवन से थायराइड विकार तथा गलगण्ड आदि रोगों में विशेष लाभ होता है।

सेवन विधि: 2–2 गोली सुबह शाम भोजन के पहले खाली पेट सामान्य जल के साथ सेवन करें।

2.पतंजलि दिव्य कांचनार घनवटी।

पतंजलि दिव्य कांचनार घनवटी कांचनार के एक्सट्रैक्ट से तैयार दवाई है जिसे पतंजलि रिसर्च इंस्टीट्यूट द्वारा टेस्टेड और वेरीफाई किया गया है इसका उपयोग थायराइड, कैंसर और लाइपोमा जैसे रोगों के इलाज के लिए किया जाता है।

सेवन विधि: 2–2 गोली सुबह शाम भोजन के बाद गुनगुने जल के साथ सेवन करे।

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थायराइड के इलाज के लिए पतंजलि के अन्य उपचार पद्धति। थायराइड का रामबाण इलाज राजीव दीक्षित।

पतंजलि आयुर्वेद में थायराइड के उपचार के लिए दवाइयां के अलावा उनकी कुछ अन्य चिकित्सा पद्धति जैसे कि पंचकर्म चिकित्सा और षठकर्म चिकित्सा भी मौजूद है जिसे आप योग ग्राम जाकर ले सकते हैं:

पंचकर्म चिकित्सा: उद्वर्त्तन, शिरोधारा, वमन, विरेचन, वस्ति, गण्डूष, नस्य । 

षठकर्म चिकित्सा: जलनेति, सूत्रनेति, कुँजलक्रिया, शंखप्रक्षालन, वाष्पस्वेद, योगनिद्रा, त्राटक, एक्यूप्रेशर ।

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पतंजलि थायराइड दवा के नुक्सान, दुस्प्रभाव, साईड इफेक्ट। Patanjali medicine for thyroid side effects in hindi

  • थायराइड के लिए उपयोग की जाने वाली पतंजलि दवाइयां पूर्ण रूप से आयुर्वेदिक है तथा यही कारण है कि इसके दुष्प्रभावों के बारे में चिकित्सा जगत में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है अथवा अज्ञात है।
  • लेकिन कुछ स्थितियों में इन दवाइयों के साइड इफेक्ट्स देखने को मिल सकते हैं तो आईए जानते हैं कि थायराइड के लिए उपयोग की जाने वाली पतंजलि दवाइयों के क्या साइड इफेक्ट्स होते हैं।
  • निर्धारित मात्रा से अधिक और गलत तरीके से इन दवाओं का सेवन किए जाने पर इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं।
  • शराब पीने के बाद यदि कोई व्यक्ति इन दवाओं का उपयोग करता है तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव होने के मौके हो सकते हैं।
  • ऐसे व्यक्ति जो कि किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है और वह बिना अपने डॉक्टर की सलाह के इन दवाइयों का सेवन करता है तो ऐसी स्थिति में भी इनके दुष्प्रभाव हो सकते हैं।
  • थायराइड के लिए उपयोग की जाने वाली पतंजलि दवाइयों में उपस्थित किसी घटक सामग्री से एलर्जी होने के बावजूद यदि इनका सेवन किया जाता है तो ऐसी स्थिति में भी इसके नुकसान शरीर पर हो सकते हैं।
  • एक्सपायर हो चुके दवाइयां का सेवन किए जाने पर भी इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं इस्तेमाल के पहले दवाइयां पर उनकी एक्सपायरी डेट अवश्य चेक करें।

थायराइड के लिए पतंजलि दवाइयां का सेवन करते समय किसी भी प्रकार के दुष्प्रभावों का अनुभव होने पर इसे लेना बंद कर दे और तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।

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थायराइड के लिए उपयोग की जाने वाली पतंजलि दवाइयों के दुष्प्रभावों से जुड़े यदि आपके कुछ व्यक्तिगत अनुभव या जानकारी है तो कमेंट के माध्यम से हमारे साथ जरूर शेयर करें यह हमारे और हमारे पाठकों के लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी होगी।


पतंजलि थायराइड दवा से सम्बन्धित सावधानी। Patanjali medicine for thyroid warrnings & precautions in hindi

थायराइड के लिए पतंजलि दवाओं का उपयोग करते समय कुछ सावधानियां है जिन्हें ध्यान में रखना बेहद जरूरी है इन महत्वपूर्ण बातों को यदि आप ध्यान में रखते हैं तो अनजाने में होने वाली हानियों से बच सकते हैं।

  • गर्भवती महिलाओं को इन दवाओं का सेवन चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए यदि वह बिना डॉक्टर की सलाह के इन दावों का सेवन करती हैं तो मां और बच्चे के लिए यह नुकसानदायक हो सकता है।
  • ऐसे लोग जो कि किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं और वर्तमान समय में उपचार ले रहे हैं उन्हें इन दवाइयों का सेवन अपने चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
  • हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के मरीजों को इन दवाओं का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
  • ऐसी महिलाएं जो की हाल ही में मां बनी है और अपने शिशु को स्तनपान कराती है उन्हें इन दवाओं का सेवन डॉक्टर की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
  • थायराइड के लिए उपयोग की जाने वाली पतंजलि दवाओं में उपस्थित किसी भी घटक सामग्री से एलर्जी अथवा किसी प्रकार की अन्य  समस्या होने पर इन दवाओं का सेवन न करें।
  • अन्य किसी भी दवाई अथवा सप्लीमेंट्स के साथ इन दवाइयां का उपयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
  • थायराइड के लिए उपयोग की जाने वाली पतंजलि दवाइयों का सेवन पैक पर दिए गए निर्देश अथवा चिकित्सक द्वारा बताए गए तरीकों से ही सेवन करें।
  • थायराइड के लिए पतंजलि दवाओं का उपयोग करने से पहले पैक पर दिए गए सभी महत्वपूर्ण निर्देशों को ध्यानपूर्वक पढ़ें।
  • थायराइड के लिए पतंजलि दवाओं का उपयोग करने के पूर्व एक बार अपनी वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति पर अच्छे से समीक्षा करें।

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थायराइड कितने दिन में ठीक हो जाता है।

हर चिकित्सा पद्धति में थायराइड का उपचार मौजूद है तथा हर थायराइड से पीड़ित मरीज के मन में यह प्रश्न होता है कि थायराइड कितने दिनों में ठीक हो जाता है थायराइड ठीक होने का कोई निश्चित समय नहीं है यदि आप कोई भी उपचार पद्धति लेते हैं जिसमें आप चिकित्सक द्वारा बताए गए तरीकों से दवाइयां का सेवन करते हैं और परहेज करते हैं तो थायराइड ठीक होने में 3 से 6 महीने का समय लग सकता है इसके अलावा यह है मरीज की स्वास्थ्य स्थिति पर भी निर्भर करता है।


क्या थायराइड की दवा जीवन भर खानी पड़ती है?

थायराइड बीमारी से पीड़ित लोगों के मन में यह शंका या कह लीजिए प्रश्न होता है कि क्या उन्हें थायराइड की दवाएं जिंदगी भर खानी है। ऐसा सबके साथ नहीं हो सकता है थायराइड जिन लोगों को होता है उनके स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर करता है कि यह दवाइयां कितने समय तक लेनी है।

यदि अब शुरुआती दौर में है और आप उपचार शुरू कर देते हैं तो आपको कुछ ही समय दवाई लेने की आवश्यकता पड़ती है यदि आपका थायराइड बहुत बढ़ गया है और गंभीर स्थिति है तो आपको यह दवाइयां लंबे समय तक लेनी पड़ती हैं।

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थायराइड के मरीज को कभी नहीं करनी चाहिए ये 7 चीजें।

थायराइड के मरीजों को कुछ सावधानियां रखना महत्वपूर्ण है यदि आप इन महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखते हैं तो अनजाने में होने वाले नुकसान से बच सकते हैं तो आईए जानते हैं कि थायराइड के मरीजों को वह कौन सी चीज हैं जो कभी नहीं करना चाहिए।

1. स्व-समायोजित दवा: अपने चिकित्सक से परामर्श किए बिना थायराइड दवा की खुराक को स्वयं समायोजित करने से बचें।

2. चाय और कॉफी: चाय और कॉफी के सेवन से थायराइड के मरीजों को बचाना चाहिए इसमें कैफीन मौजूद होता है जो की थायराइड के मरीजों के लिए नुकसानदायक हो सकता है।

3. अत्यधिक आयोडीन: यदि आपको आयोडीन-संवेदनशील थायराइड की समस्या है तो उच्च आयोडीन वाले खाद्य पदार्थों के सेवन को सीमित करें।

4. अत्यधिक सोया: अत्यधिक सोया का सेवन कुछ व्यक्तियों के लिए थायरॉइड फ़ंक्शन में हस्तक्षेप कर सकता है।

5. तनाव: तनाव को नियंत्रित करें क्योंकि यह थायराइड स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।

6. नींद की कमी: पर्याप्त नींद सुनिश्चित करें क्योंकि नींद की कमी थायराइड फक्टिंट को प्रभावित कर सकती है।

7. ग्लूटेन आहार : ग्लूटेन वाले आहार थायराइड की मरीज के लिए हानिकारक हो सकते हैं यह सूजन को बढ़ा सकते हैं इसलिए थायराइड से पीड़ित लोग ग्लूटेन फ्री फूड का चयन करें।

8.गोभी के सेवन से बचे: थायराइड के मरीजों को गोभी के सेवन से बचना चाहिए फूल गोभी और पत्ता गोभी थायराइड के मरीजों के लिए हानिकारक हो सकता है क्योंकि इसमें गॉइट्रोगन होता है जो थायराइड बढ़ा सकता है।

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FAQ: थायराइड का रामबाण इलाज पतंजलि

Q: थायराइड को जड़ से खत्म करने के लिए क्या खाना चाहिए?

Ans: थायराइड को जड़ से खत्म करने के लिए कैल्शियम, मिनरल्स और विटामिन ए वाले खाद्य पदार्थ का सेवन करे,इसके अलावा काली मिर्च, अदरक और गेहूं , बाजरा जैसे अनाज का उपयोग करे।

Q: थायराइड की सबसे अच्छी दवा कौन सी है?

Ans: थायराइड के इलाज हर चिकित्सा पद्धति में दवाइयां उपलब्ध है जिन्हें आप चिकित्सक की सलाह से ले सकते हैं तथा थायराइड के लिए सबसे अच्छी दवा मैं थायरोग्रिट, कांचनार घनवटी, थायरॉसिन, कांचनार गुग्गूल, मुलेठी,अश्वगंधा शामिल है।

Q: थायराइड का देसी दवा क्या है?

Ans: थायराइड की देसी दवा में तुलसी का उपयोग किया जा सकता है दो चम्मच तुलसी के रस एक चम्मच ऐलोवेरा जूस मिलाकर पीने से थायराइड में लाभ मिलता है।

Q: रामदेव द्वारा थायराइड की दवा क्या है?

Ans: रामदेव द्वारा थायराइड की दवा है थायरोग्रिट वटी और कांचनार घनवटी।

Bablu Bhengra
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