कैंसर की रामबाण दवा पतंजलि। पतंजलि कैंसर हॉस्पिटल हरिद्वार कांटेक्ट नंबर। हरिद्वार में कैंसर की दवा कहां मिलती है। बाबा रामदेव कैंसर हॉस्पिटल हरिद्वार
केंसर एक बेहद गंभीर और खतरनाक बीमारी है कैंसर के उपचार के लिए हर चिकित्सा पद्धति में इलाज और दवाइयां मौजूद हैं जिसे आप चिकित्सकों की सलाह से ले सकते हैं।
इस लेख मैं हम कैंसर की रामबाण दवा पतंजलि के बारे मैं जानेंगे तथा इन दवाओ का उपयोग कैसे किया जाता है तथा इन दवाओ का उपयोग करते समय किन महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए।
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विषय सूची
कैंसर की रामबाण दवा पतंजलि। Patanjali medicine for cancer in hindi
पतंजलि आयुर्वेद मैं कैंसर के इलाज के लिए दवाइयां उपलब्ध है जिन्हे आप डॉक्टर की सलाह से ले सकते है।
हम जब केंसर के इलाज के लिए बारे मैं पता करने के लिए पतंजलि के अधिकृत स्टोर पर गए जहा पतंजलि की ओर से आयुर्वेदिक चिकित्सक उपलब्ध होते है तो उन्होंने हमें कुछ दवाइयां बताई तथा वही दवाइयों के बारे मैं हम आपको बताने वाले हैं।
- दिव्य सर्वकल्प क्वाथ 200 ग्राम
- दिव्य कायाकल्प क्वाथ 100 ग्राम
दोनों औषधियों को मिलाकर 2 चम्मच (लगभग 10-15 ग्राम) की मात्रा में लेकर 400 मिली पानी में – पकाएं। 100 मिली शेष रहने पर छानकर प्रातः खाली पेट तथा शाम को भोजन के 1 घण्टा पहले खाली पेट सेवन करें।
- दिव्य सिस्टोग्रिट डायमण्ड वटी
- दिव्य इम्यूनोग्रिट वटी
2-2 गोली सुबह शाम भोजन के आधा घंटा पहले गुनगुने जल से सेवन करें।
- दिव्य कांचनारघन वटी
- दिव्य वृद्धिवाधिका वटी
- पतंजलि करक्युमिन गोल्ड
2-2 वटी सुबह शाम भोजन के बाद गुनगुने जल से सेवन करें।
- गेहूँ के ज्वारे का रस 20 मिली
- गिलोय रस 10 मिली
- तुलसी पत्ती 11
- नीम पत्ती 5
- घृतकुमारी रस 15 मिली
- गोधन अर्क 15 मिली
प्रातः खाली पेट सेवन करें।
इसके साथ पतंजलि के चिकित्सकों ने कुछ और भी दवाइयां बताई जिसका उपयोग अलग तरीके से कैंसर के इलाज के लिए किया जाता है।
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कैंसर की रामबाण दवा पतंजलि। Patanjali medicine for cancer in hindi
- दिव्य सर्वकल्प क्वाथ 200 ग्राम
- दिव्य कायाकल्प क्वाथ 100 ग्राम
दोनों औषधियों को मिलाकर चम्मच (लगभग 5-7 ग्राम) की मात्रा में लेकर 400 मिली पानी में पकाएं और 100 मिली शेष रहने पर
- दिव्य संजीवनी वटी 20 ग्राम
- दिव्य शिलासिन्दूर 3 ग्राम
- दिव्य ताम्र भस्म 1 ग्राम
- दिव्य गिलोय सत् 5 ग्राम 20 ग्राम
- दिव्य अभ्रक भस्म 5 ग्राम
- दिव्य हीरक भस्म 300 से 600 मिग्रा
- दिव्य स्वर्ण वसन्तमालती रस 2 से 4 ग्राम
- दिव्य मुक्ता पिष्टी 4 ग्राम
- दिव्य प्रवाल पंचामृत 5 ग्राम
सभी औषधियों को मिलाकर 90 पुड़ियां बनाएं। प्रातः, दोपहर एवं रात्रि भोजन से आधा घण्टा पहले जल/शहद / मलाई से सेवन करें।
नोट- फेफड़ों का कैंसर होने पर दिव्य अभ्रक भस्म 5 ग्राम मिला देनी चाहिए तथा दिव्य श्वासारि क्वाथ का भी प्रयोग किया जा सकता है। यदि खुजली या चर्म विकार हो तो उपरोक्त में दिव्य संजीवनी वटी न मिलाए।
- दिव्य कांचनार गुग्गुलु 60 ग्राम
- दिव्य वृद्धिवाधिका वटी 40 ग्राम
- दिव्य आरोग्यवर्धिनी वटी 40 ग्राम
1-1 गोली दिन में 3 बार प्रात: नाश्ते, दोपहर भोजन एवं शाम को भोजन के आधे घण्टे बाद गुनगुने जल से सेवन करें।
- गेंहू के ज्वारे का रस 25 मिली
- गिलोय का रस 25 मिली
- घतकुमारी का रस 25 मिली
- दिव्य गोधन अर्क 25 मिली
- नीम पत्र 5 से 7 पत्ते
- तुलसी पत्र 11 पत्ते
इनको मिलाकर प्रातः एवं सायं 2 बार खाली पेट सेवन करें।
नोट:–
1.प्राणायाम 1-2 घंटा तक करें।
2. पतंजलि न्यूट्रेला Cancer Care. 1-1 चम्मच प्रात:सायं गुनगुने जल से सेवन करें।
3. पतंजलि Spirulina Herbal Cap. दिन में 2-2 कैप्सूल प्रातः सायं गुनगुने जल से सेवन करें।
4. अधिक दुर्बलता होने पर दिव्य इम्यूनोग्रिट वटी या चूर्ण का सेवन करें।
पंचकर्म चिकित्सा- व्याधि अवस्थानुसार नाड़ीस्वेदन, शिरोधारा/तक्रधारा, मृदुवमन, मृदुविरेचन, नस्य, गण्डूष, कवल, क्षीर वस्ति ।
षट्कर्म चिकित्सा– जलनेति, सूत्रनेति, योगनिद्रा, त्राटक, एक्यूप्रेशर ।
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पतंजलि केंसर दवा के नुक्सान, दुस्प्रभाव, साईड इफेक्ट। Patanjali medicine for cancer side effects in hindi
केंसर के लिए उपयोग की जाने वाली पतंजलि दवाइयां पूर्ण रूप से आयुर्वेदिक है तथा यही कारण है कि इसके दुष्प्रभावों के बारे में चिकित्सा जगत में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है अथवा अज्ञात है।
लेकिन कुछ स्थितियों में इन दवाइयों के साइड इफेक्ट्स देखने को मिल सकते हैं तो आईए जानते हैं कि केंसर के लिए उपयोग की जाने वाली पतंजलि दवाइयों के क्या साइड इफेक्ट्स होते हैं।
- निर्धारित मात्रा से अधिक और गलत तरीके से इन दवाओं का सेवन किए जाने पर इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं।
- शराब पीने के बाद यदि कोई व्यक्ति इन दवाओं का उपयोग करता है तो ऐसी स्थिति में भी इसके साईड इफेक्ट हो सकते हैं।
- ऐसे व्यक्ति जो कि किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है और वह बिना अपने चिकित्सक की सलाह के इन दवाइयों का सेवन करता है तो ऐसी स्थिति में भी इन दवाइयों के दुष्प्रभाव हो सकते हैं।
- केंसर के लिए उपयोग की जाने वाली पतंजलि दवाइयों में उपस्थित किसी घटक सामग्री से एलर्जी होने के बावजूद भी यदि इन दवाइयों सेवन किया जाता है तो ऐसी स्थिति में भी इसके नुकसान शरीर पर हो सकते हैं।
- एक्सपायर हो चुके दवाइयों का सेवन किए जाने पर भी इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं।
केंसर के लिए पतंजलि मेडिसिन का सेवन करते समय किसी भी प्रकार के दुष्प्रभावों का अनुभव होने पर इन दवाओं का सेवन बंद कर दे और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
केंसर के लिए उपयोग की जाने वाली पतंजलि दवाइयों के दुष्प्रभावों से जुड़े यदि आपके कुछ व्यक्तिगत अनुभव या जानकारी है तो कमेंट के माध्यम से हमारे साथ जरूर शेयर करें यह हमारे और हमारे पाठकों के लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी होगी।
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पतंजलि केंसर दवा से सम्बन्धित सावधानी। Patanjali medicine for Cancer warnings & precautions in hindi
केंसर के लिए पतंजलि दवाओं का उपयोग करते समय कुछ सावधानियां है जिन्हें ध्यान में रखना बेहद जरूरी होता है इन महत्वपूर्ण बातों को यदि आप ध्यान में रखते हैं तो अनजाने में होने वाले नुकसान से बच सकते हैं।
- गर्भवती महिलाओं को इन दवाओं का सेवन चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए यदि वह बिना डॉक्टर की सलाह के इन दावों का सेवन करती हैं तो मां और बच्चे के लिए यह नुकसानदायक हो सकता है।
- ऐसे लोग जो कि किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या से पीड़ित हैं और वर्तमान समय में उपचार ले रहे हैं उन्हें इन दवाइयों का सेवन अपने चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
- हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के मरीजों को इन दवाओं का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
- केंसर के लिए उपयोग की जाने वाली पतंजलि दवाओं में उपस्थित किसी भी घटक सामग्री से एलर्जी अथवा किसी प्रकार की अन्य समस्या होने पर इन दवाओं का सेवन न करें।
- अन्य किसी भी दवाई अथवा सप्लीमेंट्स के साथ इन दवाइयां का उपयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
- केंसर के लिए उपयोग की जाने वाली पतंजलि दवाइयों का सेवन पैक पर दिए गए निर्देश अथवा चिकित्सक द्वारा बताए गए तरीकों से ही सेवन करें।
- केंसर के लिए पतंजलि दवाओं का उपयोग करने से पहले पैक पर दिए गए सभी महत्वपूर्ण निर्देशों को ध्यानपूर्वक पढ़ें।
- केंसर के लिए पतंजलि दवाओं का उपयोग करने के पूर्व एक बार अपनी वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति पर अच्छे से समीक्षा करें।
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FAQ: कैंसर की रामबाण दवा पतंजलि।
Q: क्या कैंसर को जड़ से खत्म किया जा सकता है?
Ans: सही समय पर कैंसर के लक्षणों का पता लगाकर जल्दी उपचार शुरू कर दिया जाए तो कैंसर को जड़ से खत्म किया जा सकता है।
Q: पतंजलि योगपीठ में इलाज कैसे होता है?
Ans: पतंजलि योगपीठ में इलाज अलग अलग चिकित्सा पद्धति द्वारा होता है जेसे नेचुरोपैथी, प्राणायाम, योगा, पंचकर्म चिकित्सा।
Q: हरिद्वार में कैंसर की दवा कहां मिलती है?
Ans: हरिद्वार में कैंसर की दवा पतंजलि आयुर्वेद हॉस्पिटल मैं मिलती है। जो की पतंजलि योगपीठ महर्षि दयानंद ग्राम दिल्ली हरिद्वार नेशनल हाईवे पर स्थित है।
Q: पतंजलि कैंसर हॉस्पिटल हरिद्वार कांटेक्ट नंबर क्या है?
Ans: पतंजलि कैंसर हॉस्पिटल हरिद्वार कांटेक्ट नंबर है +91-1334-240008, 244107, 246