6 अचूक पेशाब मैं जलन की आयुर्वेदिक दवा। Peshab mai jalan ki ayurvedic dawa 

पेशाब में जलन की आयुर्वेदिक इलाज । हिमालय मेडिसिन फॉर यूरिन इन्फेक्शन। पेशाब में जलन की आयुर्वेदिक दवा। पेशाब खुलकर आने की आयुर्वेदिक दवा


पेशाब में जलन की आयुर्वेदिक दवा: पेशाब मैं जलन का एक मुख्य यूरिन इंफेक्शन हो सकता है यह मूत्र नलिका में होने वाला संक्रमण है जो की बैक्टीरिया के कारण होता है यूरिन इन्फेक्शन के उपचार के लिए अनेकों प्रकार की दवाई और उपचार उपलब्ध है जिन्हें आप चिकित्सक की सलाह से ले सकते हैं।

तथा इस लेख में हम पेशाब में जलन की आयुर्वेदिक इलाज  के बारे में जानेंगे साथ ही साथ इन दवाओं का सेवन कैसे किया जाता है तथा इसके इस्तेमाल के दौरान आपको कौन-कौन सी सावधानियां रखनी चाहिए इसके बारे में भी हम इस लेख में जानेंगे।


पेशाब में जलन की आयुर्वेदिक इलाज। Ayurvedic medicine for burning urine in Hindi 

पेशाब मैं होने वाली जलन के उपचार के लिए आयुर्वैदिक चिकित्सा मैं विभिन्न प्रकार की दवाएं मौजूद है तथा जिन्हे चिकित्सक की सलाह से लिया जा सकता है तो आइए इन दवाओ के बारे मैं विस्तार से जानते है।

पेशाब में जलन की आयुर्वेदिक दवा:

1. दिव्य गोखरू क्वाथ।

गोखरू एक बहु उपयोगी औषधि है जिसका उपयोग पथरी मूत्र रोग को और किडनी से संबंधित रोगों के उपचार के लिए किया जाता है तथा  दिव्य गोखरू क्वाथ मूत्र संबंधित समस्याएं , पेशाब मैं जलन, पेशाब खुलकर न आना और यूरिन इन्फेक्शन के लिए एक बहुत ही फायदेमंद दवाई है इसके अलावा गोखरू का उपयोग अन्य मूत्र संबंधित रोगों के उपचार के लिए भी किया जाता है।

सेवन विधि: औषधि 2 चम्मच (लगभग 10-15 ग्राम) की मात्रा में लेकर 400 मिली जल में उबालें जब 100 मिली शेष रह जाए तब छानकर सुबह खाली पेट एवं शाम को भोजन के 1 घंटा पहले सेवन करें।

2.दिव्य ट्राईघन वटी।

 दिव्य ट्राईघन वटी यूरिन इन्फेक्शन और इससे जुड़े लक्षण पेशाब मैं जलन, पेशाब खुलकर न आना, रूकरुक कर आना जैसी दिक्कतों के उपचार के  लिए एक बहुत फायदेमंद दवाई है इसमें मुख्य घटक के रूप में गोखरू का अर्क सम्मिलित किया गया है जो की यूरिन इन्फेक्शन समेत पथरी और अन्य मूत्र संबंधित रोगों के उपचार के लिए बहुत फायदेमंद होता है।

सेवन विधि: 2-2 गोली सुबह शाम भोजन के बाद गुनगुने जल से सेवन करें।


3.दिव्य यूरीनिल वटी

 दिव्या यूरिनल वटी विशेष रूप से यूटीआई यानी कि यूरिन इन्फेक्शन और इससे जुड़े लक्षण कैसे की पेशाब मैं जलन , पेशाब खुलकर न आना के लिए बनाई गई दवाई है इसके मुख्य घटक के रूप में करौंदे का अर्क सम्मिलित किया गया है।

सेवन विधि: 2-2 गोली सुबह शाम भोजन के पहले गुनगुने जल से सेवन करें।

4. चंद्रप्रभा वटी 

चंद्रप्रभा वटी आर्युवेद चिकित्सा मैं एक जानी मानी और बहुउपयोगी दवाई है जिसका उपयोग विभिन्न प्रकार की समस्यायों के लिए किया जाता है खासकर मूत्र संबंधित समस्याएं पेशाब मैं जलन,दर्द,  पेशाब खुलकर न आना, रुक रुक आना इन सभी दिक्कतों को दूर करने के लिए चंद्रप्रभा वटी फायदेमंद होती है।

5. नीरी सिरप

नीरी सिरप पेशाब मैं जलन और यूरीन इंफेक्शन जैसी स्थिति के उपचार के लिए उपयोग की जाने वाली एक फायदेमंद आयुर्वेदिक दवाई है इसके मुख्य घटकों मैं गोखरू, पुनर्नवा, वरुण, मकोय और पलाश समेत कई और सक्रिय औधियां सम्मिलित है।

6. नीरी टैबलेट

नीरी टैबलेट, नीरी सिरप की तरह ही पेशाब मैं होने वाली जलन , दर्द और यूरीन इन्फेक्शन के लिए फायदेमंद और उपयोगी है जो लोग सिरप किन्ही कारणो से नही ले पा रहे है या फिर नही लेना चाहते है तो वह लोग नीरी टैबलेट का सेवन कर सकते है।

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पेशाब मैं जलन की आयुर्वैदिक दवा के नुक्सान , दुष्प्रभाव साइड इफेक्ट्स । Ayurvedic medicine for burning urine side effects in hindi

पेशाब मैं जलन के लिए उपयोग की जाने वाली  दवाये पूर्णतः आयुर्वेदिक हैं तथा यही कारन हैं की इसके दुष्प्रभावों के बारे मैं कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है अथवा अज्ञात हैं। 

लेकिन कुछ स्थितियों में इन दवाओं के दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं तो आईए जानते हैं कि यूरिन इन्फेक्शन की आयुर्वैदिक दवा के क्या नुकसान हो सकते हैं।

  • निर्धारित मात्रा से अधिक और गलत तरीके से यूरिन इन्फेक्शन की आयुर्वैदिक दवाओं का सेवन किया जाता है तो ऐसी स्थिति में इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं।
  • शराब पीने के बाद यदि कोई व्यक्ति इन दवाओं का उपयोग करता है तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं क्योंकि यह शराब के साथ मिश्रित होकर शरीर पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है।
  • ऐसे व्यक्ति जो की किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है और बिना अपने चिकित्सक की सलाह के यूरिन इन्फेक्शन की दवाओं का सेवन करते हैं तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव होने के मौके बन सकते हैं।
  • यूरिन इन्फेक्शन के लिए उपयोग की जाने वाली दवाओं मैं उपस्थित किसी घटक सामग्री से एलर्जी होने के बावजूद भी यदि इसका सेवन किया जाता है तो ऐसी स्थिति में भी इसके दुष्प्रभाव शरीर पर हो सकते हैं।
  • एक्सपायर हो चुके दवाओं का सेवन किए जाने पर भी इसके दुष्प्रभाव शरीर पर देखने को मिल सकते हैं। अथवा उपयोग से पहले पाक पर एक्सपायरी डेट अवश्य चेक करें।

पेशाब मैं जलन के लिए बताई गई आयुर्वैदिक दवाओं के इस्तेमाल के दौरान किसी भी प्रकार के दुष्प्रभावों का अनुभव होने पर इसका सेवन बंद कर दे और तुरंत चिकित्सक से संपर्क करे। 

यूरिन इन्फेक्शन के लिए बताई गई आयुर्वैदिक दवाओं के दुष्प्रभावों से जुड़े यदि आपके कुछ व्यक्तिगत अनुभव या जानकारी है तो कमेंट के माध्यम से हमारे साथ जरूर शेयर करें यह हमारे और हमारे पाठकों के लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी होगी।

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पेशाब मैं जलन की आयुर्वेदिक दवा से संबंधित सावधानी। Ayurvedic burning urine  warnings & precautions in hindi

पेशाब मैं जलन के लिए आयुर्वेदिक दवाओं का उपयोग करने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जिन्हें ध्यान में रखना बेहद जरूरी है इन सावधानियां को यदि आप ध्यान में रखते हैं तो अनजाने में होने वाली कई प्रकार के नुक़सान से बच सकते हैं।

  • गर्भवती महिलाओं को इन दवाओं  का सेवन चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
  • ऐसे व्यक्ति जो वर्तमान समय में किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है और उपचार ले रहे हैं उन्हें इन दवाओं का सेवन अपने चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
  • हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के मरीजों को इसका सेवन अपने चिकित्सक की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
  • ऐसी महिलाएं जो की हाल ही में मां बनी है और अपने शिशु को स्तनपान कराते हैं उन्हें इन दवाओं का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
  • यूरिन इन्फेक्शन के लिए आयुर्वेदिक दवाओं मैं उपस्थित घटक सामग्री से किसी भी प्रकार की एलर्जी अथवा समस्या होने पर इसका का सेवन न करें।
  • यूरिन इन्फेक्शन के लिए आयुर्वैदिक दवाओं का सेवन पैक पर दिए गए निर्देश अथवा चिकित्सक द्वारा बताए गए तरीकों से ही सेवन करें।
  • अन्य किसी भी दवाई अथवा सप्लीमेंट्स के साथ इन  दवाओं का सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।
  • इन दवाओं का सेवन करने से पहले अपनी वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति पर अच्छे से समीक्षा करें।
  • यूरिन इन्फेक्शन के लिए इन आयुर्वेदिक दवाओं का सेवन करने से पहले पैक पर दिए गए सभी महत्वपूर्ण निर्देशों को ध्यानपूर्वक पड़े।

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पेशाब खुलकर आने की आयुर्वेदिक दवा।

पेशाब खुलकर आने की आयुर्वेदिक दवा में चंद्रप्रभा वटी बहुत ही फायदेमंद दवाई है इसके उपयोग से मूत्र संबंधी सभी प्रकार की समस्याओं में लाभ मिलता है। 

चंद्रप्रभा वटी मैं शिलाजीत लौह भस्म ,गोखरू पुनर्नवा, जैसी कई सक्रिय औषधि सम्मिलित होती हैं जो कि पेशाब रुक-रुक कर होना, पेशाब में जलन ,पेशाब में दुर्गंध आना ,पेशाब साफ ना होना इन सभी प्रकार की समस्याओं मैं चंद्रप्रभा वटी के सेवन से लाभ मिलता है।


FAQ: पेशाब में जलन की आयुर्वेदिक दवा

Q: पेशाब में जलन को तुरंत कैसे ठीक करें?

Ans: पेशाब मैं जलन को तुरंत ठीक करने के लिए तरल पदार्थ का अधिक सेवन करे दही और छाछ पिए इसके अलावा नारियल पानी और लहसुन भी ले सकते है।

Q: पेशाब में जलन होती है तो कौन सी टेबलेट लेनी चाहिए?

Ans: पेशाब मैं जलन के लिए चंद्रप्रभा वटी , नीरी टैबलेट , त्रिघन वटी या फिर अंग्रेज़ी दवाई नॉरफ्लॉक्स टैबलेट का सेवन चिकित्सक की सलाह से किया जा सकता है।

Q: यूरिन इंफेक्शन को जड़ से कैसे खत्म करें?

Ans: यूरीन इंफेक्शन कोई बीमारी नहीं है यह एक प्रकार का संक्रमण है जो बैक्टीरिया के कारण से होता है तथा सामान्य उपचार से ही इसे जड़ खत्म किया जा सकता है।

Bablu Bhengra
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