यौन उत्तेजना कम होना आज कल पुरषों मैं एक आम समस्या हो गई है तथा जिसके लिए आज चिकित्सा जगत में अलग अलग कंपनी की हजारों दवाइयां मौजूद है तथा आज हम ऐसे ही एक औषधी पतंजली दिव्य यौवनामृत वटी के बारे मैं जानेंगे।
यौवनामृत वटी मुख्य रूप से शारीरिक ओर यौन दुर्बलता को दूर करने के लिए उपयोगी हैं तथा इस लेख के माध्यम से पतंजलि यौवनामृत वटी के फायदे और नुकसान एवं यौवनामृत वटी का इस्तेमाल कैसे किया जाता है तथा इससे सम्बंधी सावधानीयो ओर इसके अन्य उपयोग के बारे मैं जानेंगे।

पतंजलि यौवनामृत वटी क्या हैं। youvnamrit vati in hindi
यौवनामृत वटी पतंजलि आयुर्वेद दिव्य फार्मेसी कम्पनी द्वारा बनाए जाने वाली एक आयुर्वैदिक दवाई हैं जो गोलियों के रूप में आती हैं एवम इसका मुख्य रूप से इस्तेमाल यौन संबंधित समस्यायों के उपचार एवम इससे निपटने के लिए किया जाता हैं।
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पतंजलि यौवनामृत वटी के फायदे। patanjali yauvanamrit vati benefits in hindi
यौवनामृत वटी कई प्रकार के जड़ी बूटियों से तैयार औषधि हैं जो की पुरषों के यौवन को बढ़ाता हैं और यौन कमजोरी को दूर करता है तो आइए यौवनामृत के फायदों के बारे मे विस्तार से जानते है।
1. पुरष बाझपान
मेल इनफर्टिलिटी के उपचार के लिए यौवनामृत वटी कारगर रुप से एक सहायक औषधि के तौर पर काम करती हैं इसके इस्तेमाल से मेल इनफर्टिलिटी मैं लाभ लिया जा सकता हैं।
मेल इनफर्टिलिटी एक ऐसी समस्या हैं जिसमें पुरुष बार-बार कोसिस करने के बाद भी महिला को गर्भवती कर पाने मैं असमर्थ होता है।
2. वीर्य वर्धक
शुक्राणुओं की कमी और उसकी गुणवत्ता में गिरावट पुरषों के लिए एक चिंताजनक स्थिति है तथा यौवनामृत वटी वीर्य मैं उपस्थित शुक्राणुओं को बढ़ाने और उसकी गुणवत्ता को बेहतर बनाने मैं मदद करता है।
शुक्राणुओं की कमी के कारण से गर्भ ना धारण कर पाने जैसी समस्याएं देखने को मिलती है। तथा जितनी अधिक शुक्राणुओं की सख्या होगी गर्भधारण करने के मौके उतने ही ज्यादा होगे।
3.शीघ्रपातन
शीघ्रपतन के लिए भी यौवनामृत वटी एक लाभदायक औषधी हैं इसके इस्तेमाल से शीघ्रपतन की समस्या मै लाभ लिया जा सकता हैं यौवनामृत वटी शीघ्रपतन के उपचार हेतु एक कारगर औषधी हैं। शीघ्रपतन पुरषों के लिए एक बेहद शर्मनाक स्थिति होती हैं।
शीघ्रपतन की समस्या मैं पुरुष संभोग के दौरान उत्तेजना को बनाए रखने मै असमर्थ हो जाता है तथा साथी को संतुष्ट किए बिना ही वीर्य त्याग देता हैं।
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4.सामान्य दुर्बलता
यौवनामृत वटी के इस्तेमाल से सामान्य शारिरीक दुर्बलता, थकान, तनाव जैसी समस्यायों मैं काफी फायदा मिलता हैं। इसके सेवन से यह सभी दिक्कतें दूर होती है एवम यह शरीर मैं ऊर्जा और स्फूर्ति को बनाए रखता हैं।
5. प्रतिरोध क्षमता बढ़ाए।
यौवनामृत वटी मैं आश्वगंधा ओर सतावर जैसी जड़ी बूटियां उपस्थित होती हैं को शारीरिक कमजोरी को दूर करने के साथ हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है जिससे हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती एवम सामान्य होने वाले रोगों से शरीर जल्दी प्रभावित नहीं होता हैं।
6.यौन शक्ति को बढ़ाए
जैसा कि यौवनामृत वटी के नाम से ही उच्चारण होता है की यह यौन शक्ति से सम्बंधित दवाई हैं जिसमे की सफ़ेद मूसली, शिलाजीत और कोंच बीज जैसी सामग्रियों का इस्तेमाल किया है जो की यौवन शक्ति को बढ़ाने और बनाए रखने का कार्य करती है।
यौवनामृत वटी बढ़ती उम्र के साथ होने वाली यौन संबंधित समस्यायों मैं उपयोगी ओर फायदेमंद हैं ।
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पतंजलि यौवनामृत वटी के नुकसान। yauvanamrit vati side effects in hindi
यौवनामृत वटी अनेकों प्रकार आयुर्वेदिक औषधि से निर्मित दवाई है जिसके अभी तक कोई दुस्प्रभाव देखने को नहीं मिले है अथवा चिकित्सा जगत मैं इसके दुष्प्रभावों के बारे मैं कोई जानकारी मौजूद नहीं है या अज्ञात हैं।
लेकिन कुछ स्थितियों मैं यौवनामृत के नुकसान देखने को मिल सकते हैं तो आइए जानते है की यौवनामृत के नुकसान क्या हैं।
- निर्धारित मात्रा से अधिक एवम गलत तरीके से इसका उपयोग यदि किया जाए तो इसके कुछ नुकसान देखने को मिल सकते हैं।
- हाई ब्लड प्रेसर के मरीज यदि इसका सेवन करते है तो उन्हे कुछ समस्याएं हो सकती है जिसके लिए यह जरूरी है की इसका इस्तेमाल चिकित्सक की देख रेख़ करें।
- शराब पीने के बाद अगर यौवनामृत वटी का सेवन किया जाता हैं तो इसके दुष्प्रभाव देखने को मिल सकते हैं।
- एक्सपायरी यौवनामृत वटी के सेवन से भी कुछ दुस्प्रभाव हो सकते हैं ।
यदि यौवनामृत वटी के दुष्प्रभावों से जुड़े आपके कुछ व्यक्तिगत अनुभव हैं तो कमेंट के माध्यम से हमारे साथ जरूर शेयर करे यह हमारे और हमारे पाठको के लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी होगी।
पतंजलि दिव्या यौवनामृत वटी

Divya Youvnamrit Vati is made for any kind of sexual problems in male. These problems may include premature ejaculation, general debility, and decreased strength.
- Useful in male infertility all types of semen problems as oligospermia
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यौवनामृत वटी के घटक। patanjali yauvanamrit vati ingredients in hindi
- अश्वगंधा
- कोंच बीज
- शतावरी
- सफ़ेद मुस्ली
- जावित्री
- जायफल
- शुद्ध कुछला
- अकरकरा
- जुंदबेडस्टर
- स्वर्ण भस्म
- प्रवाल पिष्टी
- वांग भस्म
- शिलाजीत शुद्ध
- पान रस
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पतंजलि यौवनामृत वटी से सम्बंधित सावधानी
यौवनामृत वटी से सम्बंधित कुछ सावधानियां जिन्हे इसके इस्तेमाल दौरान ध्यान मैं रखने की आवश्यकता होती है जो आपको जाने अनजाने मैं होने वाली हानि से बचा सकती हैं।
तो आइये जानते हैं की किन लोगो को और कब यौवनामृत वटी का सेवन नहीं करना चाहिए।
1) ऐसे व्यक्ति जो किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या से पीड़ित हैं अथवा उपचार ले रहे हैं उन्हें यौवनामृत वटी का सेवन नहीं करना चाहिए यदि करते भी हैं तो चिकित्सक की सलाह जरूर ले।
2) गर्भवती महिलाओ को यौवनामृत वटी का सेवन नहीं करना चाहिए यह महिला और बच्चे के लिए नुकसान दायक हो सकता हैं।
3 ) यौवनामृत वटी मैं दिए गए निर्देश अथवा चिकित्सक द्वारा बताये गए तरीके से ही इसका सेवन करे।
4) यौवनामृत वटी का सेवन स्तनपान करने वाली महिलाओ को नहीं करना चाहिए।
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पतंजलि यौवनामृत वटी का मूल्य
पतंजलि यौवनामृत वटी की कीमत 350/- रूपए हैं जिमसे 40 गोलिया मौजूद होती हैं यह आप किसी भी पतंजलि के अधिकृत स्टोर या किसी आयुर्वेदिक मेडिकल स्टोर अथवा ऑनलाइन खरीद सकते हैं।
यौवनामृत वटी सेवन विधि। patanjali yauvanamrit vati uses in hindi
यौवनामृत वटी कैसे खाये ? किसी दवाई को खाने का निश्चित समय, मात्रा और नियम होते है तभी यह आपके शरीर को पूर्ण रूप से फायदा पहुँचाती हैं।
तो आइये जानते हैं की दिव्य यौवनामृत वटी खाने का तरीका क्या हैं।
विधि : यौवनामृत वटी का सेवन सुबह – शाम दिन मैं दो बार भोजन के बाद 2 -2 गोली गुनगुने दूध के साथ किया जाता हैं।
ध्यान रहे
1 ) यदि आप यौवनामृत वटी का सेवन चिकित्सक की सलाह से कर रहे हैं तो उनके द्वारा बताये गए तरीके से ही करे।
2 ) दूध से किसी प्रकार की एलेर्जी या समस्या होने पर यौवनामृत वटी का सेवन पानी के साथ भी किया जा सकता हैं।
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उम्र 35 से 40 वर्ष
चिकित्सक की सलाह से जरुरी उपचार ले।